नई दिल्ली। पीएम मोदी अपने कार्यकाल के दस साल में पहली बार कर्मचारी नेताओं से मुलाकात करेंगे। केंद्र सरकार ने यूनियन नेताओं को संदेशा भेजा है। यूनियन नेताओं को शनिवार को पीएम आवास पर मिलने बुलाया गया है लेकिन खबर है कि यूनियन नेताओं को वक्त के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
राजनीति पंडितों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार के तेवर बदले नजर आ रहे हैं। तभी तो पहली बार पीएम मोदी, केंद्र सरकार के कर्मचारी नेताओं के साथ बैठक करेंगे। केंद्र सरकार के मिनिस्ट्री ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग के जेसीए सेक्शन से नेशनल काउंसिल के सचिव शिव गोपाल मिश्रा को बीते दिनों एक पत्र लिखा है। इसमें पीएम मोदी के साथ बैठक की बात की है। इससे पहले, पीएम मोदी के दो कार्यकाल के दौरान इन नेताओं को कभी सीधे बैठक करने का मौका नहीं मिला है।
यूनियन नेताओं का कहना है कि पीएम मोदी के साथ होने वाली इस बैठक में हर मसले पर बातचीत होगी। आठवें वेतन आयोग, ओल्ड पेंशन स्कीम की वापसी आदि पर कुछ समाधान निकलने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने पर सबसे ज्यादा जोर रहेगा। पीएम के बुलावे पर मिश्रा ने बताया कि स्टाफ प्रतिनिधियों ने पीएम मोदी से मुलाकात की मांग की थी। 
बता दें केंद्र सरकार और केंद्रीय पीएसयू कर्मचारियों की यूनियनों ने पहले एक मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया था। इसके बाद सरकार बातचीत के बाद इसे टाल दिया था। वे पुरानी पेंशन योजना की बहाली और सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण और निगमीकरण को रोकने की मांग कर रहे हैं। कर्मचारी केंद्र सरकार से विभिन्न विभागों में मौजूदा पदों को भरने की भी मांग कर रहे हैं।