उज्जैन. इस बार 12 दिसंबर, सोमवार को दिन भर पुष्य नक्षत्र रहेगा। सोमवार और पुष्य नक्षत्र के संयोग से धाता नाम का शुभ योग बनेगा। ये साल 2022 का अंतिम सोम पुष्य (Som Pushay 2022) रहेगा।

इस नक्षत्र के स्वामी देवगुरु बृहस्पति और देवता शनिदेव हैं। जो भी व्यक्ति इस नक्षत्र में काम काम करता है, ये दोनों ही ग्रह उसे मनचाहा फल प्रदान करते हैं। 12 दिसंबर को सर्वार्थसिद्धि व इंद्र नाम के 2 अन्य शुभ योग भी बन रहे हैं, जिसके चलते इसका महत्व और भी बढ़ गया है। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, इस शुभ योग में आगे बताए गए उपाय करें, इससे आपकी परेशानियां दूर हो सकती हैं.

शिवजी का करें अभिषेक
सोम पुष्य के शुभ योग में शिवजी की पूजा करना बहुत ही शुभ माना गया है। इस दिन सुबह स्नान आदि करने के बाद शिवजी की पूजा करें और गाय के दूध से शिवलिंग का अभिषेक करें। अभिषेक करते समय ऊं नम: शिवाय मंत्र का जाप भी करते रहें। शिवजी को बिल्व पत्र भी चढ़ाएं। इससे आपकी परेशानियां दूर हो सकती हैं।

कुष्ठ रोगियों को करें दान
पुष्य नक्षत्र पर शनि का भी प्रभाव होता है। शनि से संबंधित शुभ फल पाने के लिए सोम पुष्य के शुभ योग में कुष्ठ रोगियों को भोजन, कच्चा अनाज, कपड़े, जूते, चप्पल आदि चीजों का दान करें। इनके अलावा अपनी इच्छा अनुसार अन्य चीजों का दान भी आप कर सकते हैं। इस उपाय से शनि से संबंधित शुभ फल प्राप्त होते हैं।

गुरु ग्रह से शुभ फल पाने के लिए करें ये उपाय
पुष्य नक्षत्र पर गुरु ग्रह का भी प्रभाव होता है। जिन लोगों की कुंडली में गुरु अशुभ स्थिति में हो, उन्हें सोम पुष्य के शुभ योग में केले के पेड़ की पूजा करनी चाहिए और हल्दी मिश्रित जल चढ़ाना चाहिए। किसी योग्य ब्राह्मण को पीले कपड़े, साबूत हल्दी और केले का दान करें। इससे गुरु ग्रह शुभ फल देने लगता है।

धन लाभ के लिए ये उपाय करें
अगर आप धन लाभ की इच्छा रखते हैं तो सोम पुष्य के शुभ योग में हल्दी की 7 साबूत गांठ एक पीले कपड़े में बांधकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी या गल्ले में रखें। मन ही मन देवी लक्ष्मी का स्मरण करें। इससे धन लाभ के योग बन सकते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।