सुकमा के रास्‍ते छत्‍तीसगढ़ में मानसून की एंट्री हो चुकी है, लेकिन दो दिन से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। राज्‍य में व्‍यापक बारिश की स्थिति अब तक नहीं बन पाई है। मौसम विभाग का कहना है कि 13 जून से ही बारिश की गतिविधि बढ़ेगी और इसके बाद प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मानसून बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ेगा।

इधर, मानसून द्रोणिका के प्रभाव से बस्तर क्षेत्र में बारिश के आसार बने हुए है, वहीं अगले तीन दिनों में छत्‍तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में अंधड़ व बारिश के बिजली भी गिर सकती है।

विभाग के अनुसार 13 जून से ही बारिश की गतिविधि बढ़ेगी और इसके बाद प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मानसून बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ेगा। सोमवार को प्रदेश में सबसे गर्म तिल्दा रहा, एआरजी तिल्दा का अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार इस वर्ष प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की उम्मीद बनी हुई है।

मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि एक पूर्व पश्चिम द्रोणिका पूर्वी बिहार से नागालैंड तक 0.9 किमी ऊंचाई तक फैला हुआ है। एक विंड शेयर जोन 18 डिग्री उत्तर में 3.1 किमी से 5.8 किमी ऊंचाई तक फैला है। इसके प्रभाव से मंगलवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है। बारिश का क्षेत्र मुख्य रूप से दक्षिण छत्तीसगढ़ ही रहेगा।

दोपहर में बढ़ी उमस

रविवार शाम को  रायपुर सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में आंधी तूफान के साथ बारिश भी हुई। इसका प्रभाव सोमवार को मौसम के मिजाज में देखने को मिला और उमस में बढ़ोतरी हो गई।  रायपुर का अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री दर्ज किया गया।

अधिकतम तापमान सामान्य से 1.6 डिग्री ज्यादा तथा न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.7 डिग्री कम रहा। इसी प्रकार प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी रही। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक मौसम का मिजाज ऐसे ही रहेगा। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी से उमस भी बनी रहेगी।