भाजपा के टिकट से लड़ूंगा चुनाव; अपने विकास कार्य गिनाए
चुनाव लडऩे बिसाहूलाल सिंह ने पेश की दावेदारी, बोले-
भोपाल । मध्यप्रदेश में कुछ ही माह में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव के मद्देनजर टिकट के दावेदार भी अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इसी कड़ी में मध्यप्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने अपने को खुद ही प्रत्याशी बना लिया है। उन्होंने कहा कि मैं जब भी चुनाव लड़ा हूं, जीत हासिल किया हूं। इस बार भी भारतीय जनता पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ूंगा और भारी मतों से जीत हासिल करूंगा।
मध्यप्रदेश के खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने 2023 के विधानसभा चुनाव लडऩे की घोषणा कर दी हैं। जिला मुख्यालय में स्थित होटल मंदाकिनी में अनौपचारिक वार्ता के दौरान उन्होंने कैमरे के सामने ही भारतीय जनता पार्टी की टिकट से चुनाव लडऩे की बात कही। उन्होंने कहा कि पार्टी जब भी उन्हें टिकट दी है। वह चुनाव लड़े और जीते हैं। उनकी घोषणा के बाद आप यह भी कयास लगाए जा रहे कि यदि पार्टी टिकट नहीं देती तो क्या वह कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं।
अपने विकास कार्य को गिनाया
मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने कहा कि अनूपपुर में पुल, पुलिया, सडक़, कॉलेज, अस्पताल एवं रेलवे ओवरब्रिज जैसे महत्वपूर्ण निर्माण कार्य उनके द्वारा करवाया हैं। गौरतलब है कि बिसाहूलाल सिंह 72 की उम्र पार कर चुके हैं फिर भी वह चुनाव लडऩे की आतुर हैं।
पार्टी की बढ़ सकती है मुसीबत
2018 के विधानसभा चुनाव में अनूपपुर की तीनों विधानसभा भाजपा हार चुकी थी। जिला मुख्यालय के तीनों विधानसभा में भाजपा का काफी निराशाजनक प्रदर्शन रहा। इस बार भी भारतीय जनता पार्टी में आपसी गुटबाजी की वजह से पार्टी को नुकसान हो सकता है। तीनों विधानसभा में भाजपा के कई उम्मीदवार टिकट की आस लगाए बैठे हैं। टिकट नहीं मिलता तो वह भितरघात भी कर सकते हैं। ऐसे में बिसाहूलाल सिंह के यह बयान पार्टी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकती है। बिसाहूलाल सिंह की उम्र 72 साल से ऊपर हो चुकी है। वह अभी चुनाव लडऩे का मन बनाए हुए हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के पुराने कार्यकर्ता रामलाल रौतेल भी इस रेस में हैं। उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह बिसाहूलाल सिंह का समर्थन नहीं करेंगे। अनूपपुर विधानसभा में दोनों की अपनी अपनी दावेदारी है और दोनों ही कद्दावर नेताओं के एक दूसरे के समर्थन नहीं करने पर पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।