चारधाम यात्रा में फंसे मप्र के तीर्थयात्री
खाने-पीने की दिक्कतें भी हो गई हैं खड़ी
भोपाल । उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर गए मध्य प्रदेश के तीर्थ यात्री भी फंसे हुए हैं। कोई केदारनाथ में हैं तो कोई गंगोत्री-बद्रीनाथ के रूट पर। इससे खाने-पीने की दिक्कतें भी खड़ी हो गई हैं। गंगोत्री के रास्ते पर भोपाल-टीकमगढ़ के कुछ यात्री 2 दिन तक फंसे रहे। जैसे-तैसे आगे बढ़े तो केदारनाथ और तोंगनाथ के रास्ते पर जाम में फंस गए। मप्र के सेंधवा की रजनी ठाकुर बताती हैं कि कल शाम 7 बजे से फंसे हैं। अब सुबह हो चुकी है लेकिन रास्ता नहीं खुला। हमारे साथ कई बुजुर्ग हैं, जो बीमार हो रहे हैं। पुलिस दो बार हाल पूछ गई, लेकिन खाने-पीने के इंतजाम नहीं किए।
भोपाल के एक यात्री मनोज पांडे ने बताया, जाम की वजह से अब गंगोत्री की भीड़ केदारनाथ-बद्रीनाथ की तरफ डायवर्ट हो गई है, लेकिन यहां भी दर्शन करने में 5 से 6 घंटे लग रहे हैं। भोपाल के प्रदीप सोनी ने बताया कि पत्नी ज्योति सोनी, बेटी निकिता और पारिवारिक मित्र गंगारामजी के साथ अभी वे तोंगनाथ की यात्रा पर है। परिवार 8 मई को भोपाल से चारधाम की यात्रा पर निकला था। गंगोत्री के रास्ते के अलावा तोंगनाथ के रास्ते पर भी 5 से 6 किलोमीटर लंबा जाम है। ठंड और खाने-पीने की वस्तुओं की कमी की वजह से दिक्कतें हो रही हैं।
बिना रजिस्ट्रेशन के पहुंचे हजारों लोग
भोपाल के अवधपुरी के मनोज पांडे ने बताया कि मेरे अलावा मित्र रामजी गुप्ता, तरुण सिंह और कैलाश सोनी चारधाम यात्रा पर हैं। हम सभी गंगोत्री के रास्ते से निकल गए हैं। इस रूट को वन-वे करके खुलवाया जा रहा है। दो-तीन और साथी थे, जो गंगोत्री के रास्ते पर 2 दिन तक फंसे रहे। पांडे ने बताया, बिना रजिस्ट्रेशन के यहां हजारों लोग पहुंच गए हैं। जाम के चलते गंगोत्री की भीड़ अब केदारनाथ-बद्रीनाथ की तरफ डायवर्ट हो गई है, लेकिन अधिक भीड़ होने से यहां भी दर्शन करने में 5 से 6 घंटे लग रहे हैं।
इसलिए हालात बदले
गंगोत्री-यमुनोत्री धामों पर रिकॉर्ड तोड़ भीड़ के चलते सरकारी व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई हैं। बरकोट से आगे यमुनोत्री और गंगोत्री के रास्ते हैं। वर्तमान में सब जाम हैं। यहां से उत्तरकाशी का 30 किमी का रूट वन-वे है, इसलिए मंदिर से लौट रही गाडिय़ां पहले निकाली जा रही हैं। मंदिर जाने वाली गाडिय़ों का नंबर 20-25 घंटे बाद आ रहा है। इसी इंतजार में बीते 4 दिन में यमुनोत्री-गंगोत्री जा रहे 10 लोग रास्ते में ही दम तोड़ चुके हैं। इनमें 5 की जान मंगलवार को गई। तीन ऐसे हैं, जिन्होंने गाड़ी में दम तोड़ दिया। जिन 10 श्रद्धालुओं की मौत हुई, उन सभी की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी। इनमें से 4 को डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी।