तेल अवीव। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिर ईरान के मिसाइल हमलों का जवाब देने की बात कही है। उन्होंने तेल अवीव में सैन्य मुख्यालय से बोलते हुए कहा कि दुनिया का कोई भी देश अपने शहरों और नागरिकों पर इस तरह के हमलों को स्वीकार नहीं करेगा और इजराइल भी ऐसा नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि इन हमलों का जवाब देना इजराइल न केवल कर्तव्य है, बल्कि अधिकार भी है।
इससे पहले मंगलवार को ईरान ने करीब 200 बैलिस्टिक मिसाइल इजराइल पर दागे थे। इजराइली डिफेंस सिस्टम ने ज्यादातर मिसाइलों को नष्ट कर दिया था। कुछ मिसाइलें गिरी थीं। ईरानी पत्रकार ने दावा किया था कि इसमें इजराइल को नुकसान हुआ है लेकिन वह छिपा रहा है। हालांकि, कुछ मिसाइलों ने इजरायल में विशेषकर इजराइली एयरबेस को नुकसान पहुंचा था। इजराइली सेना ने कहा कि इस हमले में कोई विमान या महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान नहीं हुआ है।
नेतन्याहू ने उत्तरी इजराइल के नागरिकों को उनके घरों में वापस भेजने का वादा करते हुए कहा कि करीब एक महीने पहले जैसे ही हम गाजा में हमास के बटालियनों के अंत की ओर बढ़े, हमने उत्तर के लोगों से किया गया वादा पूरा किया। उन्होंने हिजबुल्लाह के नेताओं को खत्म करने का भी दावा किया।
नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल ने हिजबुल्लाह के मिसाइल और रॉकेट भंडार का एक बड़ा हिस्सा नष्ट कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इजराइली सैनिक हिजबुल्लाह की ओर से बनाई गई सुरंगों को नष्ट कर रहे हैं, लेकिन इस कार्य को अभी पूरा नहीं किया गया है। इस बीच नेतन्याहू ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों पर भी निशाना साधा, मैक्रों ने इजराइल को हथियार सप्लाई नहीं करने की बात कही थी। नेतन्याहू ने कहा कि राष्ट्रपति को ऐसा बयान देते समय सोचना चाहिए। उन्होंने विश्वास जताया कि चाहे हथियार मिले या न मिले, इजरायल की जीत तय है।