पांच विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के पास कुछ भी नया कहने के लिए नहीं है। पार्टी फेक और फर्जी वीडियो के सहारे भाजपा को कटघरे में लाना चाह रही है। जबकि भाजपा की सजग आईटी कांग्रेस के झूठ का पर्दाफाश कर दे रही है। अपनी करतूतों से कांग्रेस खुद अपने के लिए हार की तस्वीर खींच रही है। भाजपा पर कटाक्ष करने के लिए कांग्रेस सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पुराने वीडियो वायरल करने का सहारा ले रही है। बीते छह महीने से लगातार पार्टी फेक और फर्जी वीडियो को किसी तरह वायरल करने की फिराक में लगी है। जिससे पार्टी की रही सही इमेज भी बेकार हो रही है। 
ताजा मामला कार्तिक आर्यन के एक पुराने वीडियो का है, जिसमें सिने अभिनेता के शब्दों को तोड़मरोड़ कर भाजपा के विरोध में प्रयोग किया गया। लगातार छह महीने से कांग्रेसी इसी तर्ज पर चुनाव जीतने का ख्वाब देख रहे हैं। सूत्रों की मानें तो भाजपा की मजबूत आईटी सेल की वजह से कांग्रेस का झूठ तुरंत पकड़ में आ रहा है, जिससे कांग्रेस और भी बौखला रही है। लेकिन जनता के वोट हासिल करने के लिए इस तरह की रणनीति के परिणाम कांग्रेस के पक्ष में नहीं होगें। पार्टी के वरिष्ठ नेता भी इससे अछूते नहीं हैं, जो गाहे बगाहे बेसिरपैर की बात करते पार्टी की छवि खराब करते नजर आ जाते हैं। कांग्रेस का भ्रमजाल लोगों को अब अच्छी तरह समझ आ गया है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि विधानसभा चुनावों में कांग्रेस इस तरह के दांव खेल सकती है, इस बात का पार्टी को पहले से ही अंदाजा था, इसलिए आईटी सेल को तकनीक पहलूओं से अधिक मजबूत किया गया, जिससे फेक वीडियो और पोस्ट को तुरंत पहचाना जा सके। इससे भाजपा की लोगों के बीच में छवि अधिक मजबूत हुई है, भाजपा की आईटी सेल कंस्ट्रक्टिव काम कर रही है, जबकि कांग्रेस की आईटी सेल डिस्ट्रिटिव काम कर रही है। इससे ही पार्टी के अनुभवों का पता चलता है।