सारंगपुर ।   शहर के बस स्टैंड पर बस चालकों ने उस समय हलचल मच गई जब सारंगपुर बस स्टैंड पर कुरावर से आ रही बस क्रमांक एमपी 13 पी 1511 के पीछे सारंगपुर एसडीएम भी औचक रूप से बस स्टैंड पर जा पहुंचे। अनुविभागीय अधिकारी ने एकएक बस चालक को बुलाकर गाडी के कागजों की जांच पड़ताल की तो पता चला गाडी पिछले 4 महीने से बिना परमिट सडक पर धडल्ले से सरपट यात्रियों का परिवहन कर रही है। हैरत की बात तो तब हुई जब बस के चालक से एसडीएम द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस मांगा गया तो वह भी चालक के पास मौके पर मौजूद नही दिखाया गया। एक्शन में आए अधिकारी ने तत्काल गाड़ी के कागजों को जप्त कर यात्री वाहन को थाने में ला खड़ा कर दिया।

वसूलते है मनमाना किराया

यात्री बसों में यात्रा करने वाली सवारियों से बस ऑपरेटर द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है जिसकी शिकायत भी कई बार की जा चुकी है। सारंगपुर के नए बस स्टैंड और शहर में अन्य स्थानों पर बसों की चैकिंग न होने से दिनो दिन इन बस संचालकों के हौसले बढ़ते हुए देखने को मिल रहे है। बसों में आपातकालीन खिड़की की जगह ओपचारिक सीट लगा रखी है साथ ही प्राथमिक उपचार सामग्री अग्निशमन यंत्र भी नहीं है।

बस संचालकों की मनमानी की बात करे तो इनके हौसले इतने बुलंद है कि ड्राइवर बिना वर्दी ओवरलोड सवारी भरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते है। हालांकि एसडीएम संजय उपाध्याय ने लापरवाही बरतने वाली बिना परमिट चल रही बस पर सख्ती से कार्रवाई की है।

एसडीएम के आते ही गायब होने लगी बसें

जैसे ही एसडीएम की स्थानीय बस स्टैंड पर आने की जानकारी मोटर संचालकों को मिली वैसे ही बस एजेंटों द्वारा अपने-अपने बस ऑपरेटरों को इसकी जानकारी पहुंचा दी गई। जिसके कारण अनेक अवैध बस वाहन कार्रवाई से बच निकले। अगर यह कार्रवाई आगे भी जारी रही तो दर्जनों बस बिना फिटनेस और परमिट के जब्त की जा सकती है।

मनमर्जी के अनुरूप बस रोककर बैठाते है सवारी

गौरतलब है कि राजगढ़ में यातायात व्यवस्था को बिगाड़ने में सबसे ज्यादा हाथ बसों के संचालकों द्वारा सड़क पर बसों को रोककर यात्रियों को बैठाना और बिना परमिट चलाने से है। स्थिति यह है कि बस वाले बस स्टैंड से वाहन आकर मनमर्जी से बसो को रास्ते में ही रोक देते है। जिससे रोजाना परेशानी आती है दोनो छोर पर वाहनों को लंबी कतारे लग जाने से जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इसके अलावा सड़क के दोनो छोर पर साइडों में दूसरे वाहन भी जाम में अपनी भागीदारी निभाते है इससे स्थिति और अधिक खराब हो जाती है। व्यवस्था को दुर करने की चिंता करने में स्थानीय प्रशासन की कोई रुचि देखने को नहीं मिलती है, जिसके कारण जनता की समस्या जस की तस बनी रहती है।

इनका कहना 

बिना परमिट चल रही यात्री बसों की शिकायत लगातार मिल रही थी। शुक्रवार को औचक निरक्षण कर बिना परमिट चल रही एक यात्री बस को जप्त किया है जिस पर परमिट टैक्स सहित लगभग 40 हजार बकाया निकला है।

-संजय उपाध्याय, एसडीएम, सारंगपुर