वैसे तो पूर्णिमा की तिथि बेहद शुभ मानी जाती है, लेकिन वैशाख पूर्णिमा का महत्व ही खास होता है. तीन गुरुवार और विशाखा नक्षत्र में वैसाख पूर्णिमा का व्रत रखने से जातक के जीवन में सभी प्रकार के कष्ट समाप्त हो जाते हैं और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है.

माना जाता है कि वैशाख पूर्णिमा के दिन धर्म कर्म और दान पुण्य करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. वैशाख पूर्णिमा के दिन भगवान लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा आराधना की जाती है. वहीं कई ऐसे उपाय हैं जिनको वैसाख पूर्णिमा के दिन करने से आर्थिक तंगी दूर हो जाती है और माता लक्ष्मी की कृपा से पैसों की बरसात होती है. तो आइए देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि यह उपाय कौन से हैं….

क्या कहते हैं देवघर के तीर्थपुरोहित
देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर के तीर्थपुरोहित सह ज्योतिषाचार्य प्रमोद श्रृंगारी ने लोकल 18 के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि पूर्णिमा का व्रत तो हर महीने रखा जाता है, लेकिन वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि का व्रत रखने का अलग ही फल मिलता है. 23 मई को वैशाख माह की पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा. वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि के दिन ही बुद्ध पूर्णिमा भी मनाई जाती है.

इस साल वैशाख माह की पूर्णिमा तिथी के दिन शिवयोग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है. इसके साथ ही इस दिन विशाखा नक्षत्र भी रहने वाला है. यह दोनों योग बेहद शुभ माने जाते हैं. पूर्णिमा तिथि के दिन योग और नक्षत्र का शुभ संयोग बनने के कारण और भी यह तिथि खास बनने जा रही है. इसलिए इस दिन कुछ उपाय करने से आर्थिक तंगी दूर होगी साथ ही पितृ दोष से भी मुक्ति मिल जाएगी.

वैशाख पूर्णिमा के दिन क्या करें उपाय
वैशाख पूर्णिमा के दिन विशाखा नक्षत्र में पितृ के नाम से अगर कुछ आप दान पुण्य करते हैं तो पितृ दोष से तो मुक्ति मिलेगी. साथ ही पितृ की कृपा से घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहेगी. 23 मई सुबह 9 बजकर 10 मिनट तक विशाखा नक्षत्र रहने वाला है. इस मुहूर्त में पितृ के नाम से छाता, घड़ा, वस्त्र चप्पल इत्यादि का दान अवश्य करें.

माता लक्ष्मी की कृपा से होगी पैसों की बरसात
1. वैशाख पूर्णिमा के दिन अगर 11 पीली कौड़ी में हल्दी लगाकर माता लक्ष्मी के चरणों में रख दें और अगले दिन उसे लाल कपड़े में बांधकर घर की तिजोरी में रखें इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होंगी और उनकी कृपा से घर में पैसों की बरसात होगी.

2. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी 16 कलाओं में निपुण रहता है. इस दिन कच्चे दूध में चीनी मिलाकर चंद्रमा को अर्घ्य देना चाहिए. इससे सभी प्रकार के दोष और कष्ट समाप्त हो जाएंगे. साथ ही घर में होने वाले गृह कलेश भी समाप्त हो जाएंगे और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा.