चावल घोटाले में सामने आ रहा है दुकान संचालक और फूड विभाग की मिली भगत

बिलासपुर- मुफ्त में मिलने वाली सरकारी चावल में बड़ा घोटाला सामने आया है। घोटाले को अंजाम देने के लिए सुनियोजित तरीके से APL कार्ड को BPL कार्ड में बदल दिया गया है। फिर चावल का उठाव कर बाजार में बेच दिया गया है। इस मामले में राशन दुकान के संचालक तो शामिल है ही फूड विभाग के कर्मचारियो के भी शामिल होने की संभावना है।
BPL कार्ड से मिलने वाली मुफ्त की चावल में राशन दुकान के संचालकों और फूड विभाग के अधिकारियों ने बड़ा खेला कर दिया है। नगर निगम क्षेत्र के तालापारा के उचित मूल्य की दुकान में चावल की बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। तब इसका खुलासा हुआ। दुकान के संचालक ने फूड विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मिलकर पहले APL राशन कार्ड को BPL राशन कार्ड में बदल दिया। फिर BPL कार्ड से मिलने वाली मुफ्त के चावल को बाजार में बेचकर करोड़ो का वारा न्यारा कर लिया। चावल का ये खेल पिछले ढाई – तीन साल से चल रहा है। खास बात यह है कि जिनका कार्ड बदला गया है, उन उपभोक्ताओं को इसकी जानकारी तक नहीं है। इस गड़बड़ी में विभाग के अफसर और कर्मचारियों की मिलीभगत होने की आशंका व्यक्त की जा रही है। मामले का खुलासा तब हुआ जब वास्तविक कार्डधारियों को इसकी जानकारी हुई। पहले तो उन्हें पता ही नहीं था कि उनके नाम पर बीपीएल कार्ड बन गया है। इस तरह से एक नहीं बल्कि सैकड़ों राशनकार्ड बनाए गए है। बताया जा रहा है कि APL से BPL राशन कार्ड बनाने का काम फूड कंट्रोलर की आईडी लॉगिन से ही संभव है। मामला सामने आने पर मामले की जांच कराने के लिए टीम गठित कर दी हैं। विभागीय सूत्रों का तो यहां तक कहना है कि अभी एक ही दुकान का मामला खुला है जांच हुई तो कई दुकानों में मामले सामने आएंगे।