दैनिक द लाॅयन सिटी - संत हिरदाराम नगर  - श्री प्रेम प्रकाष मण्डलाध्यक्ष पूज्य गुरूवर स्वामी भगतप्रकाष जी महाराज अमरापुर अपनी संत मंडली मनोहरलाल जी जयपुर , श्री मनोहरलाल जी ग्वालीयर, श्री लालूराम जी इन्दौर, श्री डालूराम जी, श्री लालचन्द जी, श्री हरीओम जी, श्री कमल साई जी, श्री दीपक साई जी, श्री लोकचन्द साई जी, श्री कमल साई जी गांधीधाम के साथ 08मई को बैरागढ़ पधारें जहाँ बड़ी संख्या में प्रेमी महाराज के दषर्न एवं स्वागत के लिए उपस्थित हुए। तत्पष्चात स्वामी भगत प्रकाष महाराज के द्वारा सायं प्रेम प्रकाष कालोनी स्थित प्रेम प्रकाष आश्रम में अमृतमयी वचनों की वषार् की गई जिसमें स्वामी भगत प्रकाष महाराज जी ने कहा कि मनुष्य के दिल से जो प्राथर्ना निकलती है वह ईष्वर जरूर सुनते है सतगुरू का आषीवार्द उसके ऊपर जरूर होगा जो उनको याद करेगा स्वामी जी ने हाथी के प्रसंग को बताते हुए कहा कि जब हाथी को वागू ने पकड़ लिया तो उस समय उस हाथी ने केवल राम का एक शब्द र बोला और दूसरा शब्द जब तक बोले तक परमात्मा उसकी मदद के लिए प्रगट हो गए। स्वामी जी ने सभी सेवाधारियों और सारी संगत को आषीवार्द देते हुए कहा कि इस शहर में नई दरबार का निमार्ण कायर् चल रहा है और सभी सेवाधारी हित.चित से सेवा में लगे हुए हम आषीवार्द देते है कि सभी सेवाधारियों के ऊपर श्री सतगुरू महाराज का आषीवार्द बना रहे और सबके घर में भी सुख शान्ति बनी रहे। गीता में भी लिखा है कि जो भी भक्ति मार्ग पर चल रहे है उनको किसी भी बात की चिन्ता करने की जरूरत नहीं है। सत्संग के पश्चात स्वामी भगत महाराज जी अपनी संत मंडली के साथ हरिद्वार के लिए प्रस्थान किया। सत्संग कायर्क्रम में कायर्क्रम के प्रवक्ता  बसंत चेलानी एवं आश्रम के सेवाधारी  सतीष टहिलयानी  नारायणदास लालवानी,  राजकुमार झमटानी, अजुर्न बेलानी, सतीष धमार्नी,  कन्हैयालाल शीतलानी, जयरामदास रूघानी, नारी तनवानी, विष्णु गेहानी, हरीष मोटवानी, मोहन भूरानी, महेश प्रियानी, लक्ष्मण बेलानी, रामचंद रायचंदानी, गिरधारी झमटानी,  अषोक पारवानी, लक्ष्मण लालवानी, नरेष कामदार, कन्हैयालाल, मनोहर वासवानी, किषनचन्द, दयालदास दौलतानी, दयाल तोलानी, चन्दर नागदेव, हीरालाल चन्दनानी तथा प्रेम प्रकाष आश्रम के सैकडो सेवाधारियों ने स्वामी जी का माला एवं फूलो से स्वागत किया गया।