इन स्कीमों की मदद से महिलाएं शुरू कर सकती है बिजनेस
पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं की भागीदारी बिजनेस में बढ़ी है। ऐसे में इनकी भागीदारी में तेजी लाने के लिए सरकार द्वारा भी कई योजनाएं चलाई जा रही है। इन योजनाओं की जानकारी कई महिलाओं को नहीं होती है।सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए मुद्रा योजना, समृद्धि योजना आदि कई स्कीम शुरू की है। यह सभी स्कीम महिलाओं को आर्थिक मदद देने में अहम भूमिका निभा रही है। चलिए, इन स्कीम के बारे में जानते हैं।
महिला कोइर स्कीम
सरकार ने महिलाओं के कौशल विकास के लिए महिला कोइर योजना शुरू की है। इस योजना में नारियल इंडस्ट्री से जुड़ी महिलाओं के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाया जाएगा।इस स्कीम में महिलाओं को 2 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके अलावा इसमें 3,000 रुपये इंसेंटिव के तौर पर भी दिया जाता है। वहीं, अगर कोई महिला प्रोसेसिंग यूनिट सेटअप करना चाहती है तो उन्हें 75 फीसदी तक का भी लोन दे दिया जाता है। यह स्कीम प्रधानमंत्री रोजगार निर्माण योजना के अंतर्गत आता है।
महिला समृद्धि योजना
भारत सरकार ने महिलाओं के लिए महिला समृद्धि योजना शुरू की है। इसमें महिलाओं को खुद के बिजनेस के लिए सरकार की तरफ से आर्थिक मदद मिलती है। इस स्कीम के तहत महिलाओं को 1.40 लाख रुपये तक का लोन मिल जाता है। इसमें उन्हें ब्याज की छूट भी दी जाती है। इस योजना का लाभ पिछड़े वर्ग से संबंधित महिलाओं को मिलता है, जिनकी एनुअल इनकम 3 लाख रुपये से कम होती है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना
सरकार ने गर्भवती महिलाओं के लिए मातृ वंदना योजना शुरू किया है। इस स्कीम में महिलाओं को 6,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। यह राशि महिलाओं के बैंक अकाउंट में डायरेक्ट जमा होती है। इस योजना का लाभ 19 साल या उससे ज्यादा आयु वाली महिलाओं को मिलता है।
मुद्रा लोन योजना
नरेंद्र मोदी ने मुद्रा लोन योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य महिला बिजनेस को बढ़ावा देना है। इस स्कीम की मदद से महिला सूक्ष्म और लघु उद्योग शुरू कर सकती है। इसमें 10 लाख रुपये तक के लोन का लाभ दिया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना
वर्ष 2015 में केंद्र सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना शुरू किया था। इस स्कीम में बेटियों की पढ़ाई या फिर उनकी शादी के लिए निवेश किया जा सकता है। यह एक तरह की सेविंग स्कीम है। इस स्कीम का लाभ उसे मिलता है जिसके नाम पर अकाउंट ओपन किया जाएगा।
महिला शक्ति केंद्र योजना
महिला शक्ति केंद्र योजना की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी। यह एक सरकारी योजना है। इसे सामाजिक मुद्दों पर प्रकाश डालने के लिए शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके अधिकार के प्रति जागरूक करना है साथ ही उन्हें स्किल सिखाना भी है।
स्टैंडअप इंडिया योजना
स्टैंडअप इंडिया योजना 2016 में शुरू हुई थी। यह योजना आर्थिक सशक्तिकरण और रोजगार पैदा करने के लिए शुरू किया गया था। अब इस योजना का विस्तार वर्ष 2025 तक के लिए कर दिया गया है। अनुसूचित जाति, जनजाति और महिला उद्यमियों के सामने आ रही चुनौतियों के लिए यह योजना शुरू की गई थी।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना वर्ष 2016 में शुरू की गई थी। यह योजना हर घर में एलपीजी गैस सिलेंडर उपलब्ध कराना है। इसका फायदा शहर और ग्रामीण में रहने वाले बीपीएल परिवार को मिलता है। इस स्कीम में एलपीजी कनेक्शन के लिए महिलाओं को 1,600 रुपये की आर्थिक सहायता भी की जाती है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
प्रधानमंत्री ने 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ शुरू किया था। इस योजना का मकसद लिंगानुपात में कमी को रोकना और महिला को सशक्त करना है। महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय तथा मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा चलाई जाती है।
फ्री सिलाई मशीन योजना
देश में जो महिलाएं सिलाई-कढ़ाई में रूचि रखती है उनके लिए सरकार ने फ्री सिलाई मशीन योजना शुरू किया है। इस स्कीम में 20 से 40 वर्ष की महिलाएं आवेदन दे सकती है। इस स्कीम का पात्रता है कि महिलाओं के पति की इनकम 12,000 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।