मध्यप्रदेश के मुस्लिम बहुल इलाकों में क्या इस बार भाजपा का परचम लहराएगा? राजधानी भोपाल का उत्तर विधानसभा क्षेत्र मुस्लिम बहुल मतदाताओं का है और इस क्षेत्र से लगातार छह बार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरिफ अकील जीतते आए हैं, लेकिन इस बार यहां मतदाताओं का रुझान भाजपा की तरफ है। भाजपा के शासनकाल में शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं ने मुस्लिम बहनों को खासा प्रभावित किया है। यह बात एक सर्वे में सामने आई है। प्रदेश की मुस्लिम बाहुल्य सीटों पर किए गए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सर्वे में यह अनुमान लगाया गया कि प्रदेश के 65 से 70 प्रतिशत मुस्लिम मतदाता भाजपा के साथ हैं। 
भोपाल की उत्तर विधानसभा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यहां भारी जनसैलाब ने स्वागत किया जनता का समर्थन और प्यार देखकर कांग्रेस को इस क्षेत्र से अपनी सीट छिनने की आशंका हो रही है। उत्तर विधानसभा क्षेत्र को कांग्रेस का अभेद किला कहा जाए तो गलत नहीं होगा। लेकिन इस सीट पर मतदाताओं का रुझान पता लगाने के लिए मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा एक सर्वे किया गया, जिसमें राज्य के 65 से 70 प्रतिशत मुस्लिम मतदाताओं द्वारा भाजपा को समर्थन देने का अनुमान लगाया गया है। सर्वे के अनुसार कांग्रेस सहित दूसरे दलों को 30 से 35 प्रतिशत मुस्लिम वोट मिल सकते हैं। मालूम हो कि 230 विधानसभा सीट वाले मध्यप्रदेश राज्य की सत्ता में अल्पसंख्यकों का खासा योगदान होता है। इस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में शुरू की गईं लाड़ली लक्ष्मी और लाड़ली बहना योजना का लाभ हर वर्ग को मिला है, इस नजरिए से भी कोई आश्यर्च नहीं यदि कांग्रेस के मुस्लिम गढ़ में यदि भाजपा सेंधमारी करती है तो यह पार्टी की जबरदस्त सफलता होगी। हालांकि सही स्थिति का पता चुनाव परिणाम आने के बाद ही चलेगा। 

हमने सभी वर्गो के लिए काम किया- शिवराज चौहान

उत्तर विधानसभा में चुनाव प्रचार रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अपने कार्यकाल में सरकार ने सभी वर्गो के लिए योजनाओं का संचालन किया। पार्टी किसी से भेदभाव नहीं करती न ही धर्म के आधार पर और न ही समुदाय के आधार पर। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ सबका विकास को आत्मसात करते हुए योजनाएं तैयार की जाती हैं, जिसका लाभ सभी वर्गो तक पहुंचता है। 

कल्याणकारी योजनाएं बन सकती है समर्थन का आधार

दरअसल प्रदेश में सीएम शिवराज की लाड़ली बहना योजना हो या फिर मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना, इनका फायदा मुस्लिम महिलाओं को भी मिल रहा है। मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सर्वे की यदि मानें तो मामा के रुप में चर्चित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बहनों का दिल जीत लिया है। कल्याणकारी योजनाएं बहनों की मुश्किलों को कम कर रही हैं। जिसका असर मतदान पर भी पड़ेगा। राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के अनुसार शिवराज के शासनकाल में मुस्लिम मतदाता मुख्यधारा और विकास से जुड़ा है। 

प्रदेश में कहां कितने मुस्लिम मतदाता

230 सीटों में से 15 से 20 प्रतिशत सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव
भोपाल, इंदौर, खंडवा और बुरहानपुर में मुसलमानों की बड़ी आबादी रहती है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि 230 विधानसभा की सीटों में से 15 से 20 प्रतिशत ऐसी सीटें हैं जिन पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव है। भोपाल जिले में भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य, नरेला विधानसभा की सीट के अलावा देवास की सीट, शाजापुर, ग्वालियर (दक्षिण), उज्जैन (उत्तर) रतलाम (सिटी), जबलपुर (पूर्व), साग़र, रीवा, सतना, मंदसौर, देपालपुर, खरगोन और खंडवा की विधानसभा की सीटों पर मुसलमान वोटरों का ख़ासा प्रभाव है।

17 नवंबर को डाले जाएंगे वोट

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद आदर्श आचार संहिता लागू कर दी गई है। प्रदेश में 21 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी होगा। 30 अक्टूबर तक नामांकन हो सकेंगे। नामांकन की जांच 31 अक्टूबर तक की जाएगी। 2 नवंबर नाम वापसी की आखिरी तारीख है। वहीं मतदान 17 नवंबर को किया जाएगा। जबकि तीन दिसंबर को चुनाव के परिणाम आएंगे।