मध्य प्रदेश के द्वितीय धाम महाकाल लोक के पश्चात ओंकारेश्वर की तस्वीर बदलने अब प्रारंभ हो गई है। पिछले दो वर्षों से अधिक कार्यकाल के दौरान ओंकारेश्वर के ओंकार पर्वत पर बनाई जा रही 108 फीट की आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकार्पण किया और एकात्म धाम की स्थापना की आधारशिला भी रखी। मध्य प्रदेश में स्थापित दूसरे ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर को अब राष्ट्रीय स्तर पर धर्म-संस्कृति-सनातन की जीवंत तस्वीर वाली पहचान के साथ ही स्थानीय स्तर पर व्यापार की नई सौगात मिलने जा रही है । 5000 संतों ने भव्य आधारशिला को अनावरण तक पहुंचाया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अनुष्ठान में कर्नाटक, केरल सहित देश के अन्य भागों से 5 हजार से ज्यादा संत शामिल हुए। प्रतिमा के अनावरण के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज ने संतों के साथ इसकी परिक्रमा भी की। इस दौरान प्रस्थानत्रय भाष्य पारायण और दक्षिणाम्नाय श्रृंगेरी शारदापीठ के मार्गदर्शन में देश के करीब 300 विख्यात वैदिक आचार्यों द्वारा वैदिक रीति पूजन और 21 कुंडीय हवन किया गया।
प्रतिमा के अनावरण के बाद स्वामी अवधेशानंद ने कहा कि इस ऐतिहासिक आयोजन में शामिल होकर अभिभूत हूं। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इसका श्रेय देते हुए कहा कि यह सीएम शिवराज के भगीरथ प्रयास से ही संभव हो सका है। उन्होंने इसे शताब्दी का एक महान कार्य बताया और कहा कि इससे अनंतकाल तक मानवता का संदेश मिलता रहेगा।
मुख्यमंत्री के रूप में सनातन के वाहक बने शिवराज 

राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चित रहने वाले महाकाल लोक के बाद अब ओंकारेश्वर के ओमकार पर्वत पर आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट की मूर्ति स्थापना एवं अनावरण के साथ अब जिस तरह से मध्य प्रदेश में धर्म, संस्कृति एवं सनातन की एक लंबी श्रृंखला प्रदेश की जनता को संपन्नता प्रदान करेगी एवं धार्मिक भाव से जोड़े रखेगी, आज इसका संपूर्ण योगदान कार्यक्रम में उपस्थित संतों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को दिया ।
मान्धाता पर्वत पर शंकराचार्य की इस प्रतिमा का अनावरण उत्तरकाशी के स्वामी ब्रहोन्द्रानन्द और 32 संन्यासियों के हाथों संपन्न कराया गया। सरकार का कहना है ओंकारेश्वर के एकात्म धाम में स्थापित शंकराचार्य के बाल रूप की 108 फीट की एकात्मता की मूर्ति को अध्यात्म और ऊर्जा के स्रोत के तौर पर स्थापित किया गया है।

मप्र में सनातन संस्कृति के संरक्षण का विशेष ध्यान
बहुधातु से बनी शंकराचार्य की यह प्रतिमा 108 फीट ऊंची है. इसे एकात्मता की मूर्ति का नाम दिया गया है। मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार का कहना है राज्य में सनातन संस्कृति और धार्मिक केंद्रों के संरक्षण विशेष ध्यान दिया जा रहा है. उज्जैन में महाकाल लोक के बाद अब ओंकारेश्वर में एकात्मधाम इसी दिशा में सरकार का बड़ा कदम है।

मुख्यमंत्री कभी निराश नहीं हो सकते : स्वामी अवधेशानंद 

धार्मिक, सांस्कृतिक एवं अलौकिक भव्यता के बीच संपन्न हुए इस कार्यक्रम में शामिल स्वामी अवधेशानंद ने इस कार्यक्रम की सराहना करते व प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को आशीर्वाद देते हुए कहा कि जिस प्रदेश के मुख्यमंत्री सनातन संस्कृति के रक्षक एवं प्रचार-प्रसार का दायित्व स्वयं एवं परिजनों के बीच ले चुके हैं। निश्चित रूप से ऐसा मुख्यमंत्री कभी भी निराश नहीं हो सकता। इस कार्यक्रम में उपस्थित कई साधु-संतों ने आशीर्वाद देने के साथ-साथ कहा कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान को यशस्वी एवं विजयी होने का हम आशीर्वाद देते हैं।