शहडोल ।  शहडोल के देवरी गांव में जंगली जानवर को फंसाने के लिए करंट लगाया गया, जिसकी चपेट में आने से एक सूअर के साथ एक भैंस की मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीण मौके पर पहुंचे और भैंस की मौत के बाद वन विभाग के खिलाफ लामबंद होते हुए विरोध करने लगे। ग्रामीणों का कहना था कि आए दिन जंगली जानवर को फंसाने के लिए खेतों में करंट लगाया जा रहा है और वन विभाग आरोपियों के विरुद्ध कोई कठोर कार्रवाई नहीं कर रही। जिसकी वजह से हमारे मवेशी इसकी चपेट में आ जा रहे हैं और मवेशियों की मौत हो जा रही है। देवरी गांव में भी जंगली जानवर को फंसाने के लिए आरोपी ने करंट लगाया था, जिसमें जंगली सूअर के साथ-साथ भैंस की मौत हो गई। घटना की जानकारी जब वन अमले को लगी तो वन अमले के साथ-साथ पुलिस टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश देने के बाद मामला शांत कराया है। आरोपी के विरुद्ध पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जीआई तार बिछाकर करंट फैलाया

जानकारी के अनुसार ब्यौहारी थाना क्षेत्र के देवरी निवाशी पुष्पराम सिंह की भैंस करीब 11 बजे एक किसान के अरहर के खेत की तरफ चली गई। जिसे लेने के लिए वह खेत तो भैंस भागने लगी और इसी दौरान वह करंट की चपेट में आकर गिर गई। पुष्पराम सिंह भैंस को बचाने के चक्कर में खुद भी करंट की चपेट में आते-आते बच गया। पास में जाकर देखा तो खेत में जीआई तार बिछाकर करंट फैलाया गया था। वहीं कुछ ही दूरी पर एक जंगली सूअर भी मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। ब्यौहारी पुलिस ने इस मामले पर एक आरोपी शैलेंद्र सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

इससे पहले भी हो चुके है हादसे

बता दें कि इसस पहले भी जैतपुर क्षेत्र के बचरवार गांव में जंगली जानवर को फंसाने के लिए फैलाए गए करंट की चपेट में माता-पिता एवं उसकी पुत्री आ गए थे, जिसमें वो गंभीर घायल हुए थे। इस मामले पर पुलिस ने कई आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। वहीं, जयसिंहनगर की कल्लेह बीट में 24 दिसंबर की रात तलाब के पास जीआई तार से फैलाए गए करंट की चपेट में आने से एक मादा भालू की मौत हो गई थी। जिसमें विवेचना के बाद वन विभाग ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के कब्जे से करंट फैलाने का सामान व मृत भाल के नाखून व दांत बरामद हुए थे।