राष्ट्रमंडल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप के पहले दिन का आकर्षण छत्तीसगढ़ के भोंडिया इलाके की ज्ञानेश्वरी यादव रहीं। बेहद विपरीत परिस्थितियों में वेटलिफ्टिंग शुरू करने वाली बिजली मैकेनिक की बेटी ज्ञानेश्वरी ने मीराबाई चानू के भार वर्ग 49 किलो में स्वर्ण की दावेदार झिल्ली डालबेहरा को पराजित कर सीनियर वर्ग में जीतीं, साथ में वह जूनियर वर्ग में भी विजेता बनीं। गौतमबुद्ध नगर यूनिवर्सिटी में खेली जा रही इस चैंपियनशिप के पहले दिन भारत ने दांव पर लगे सभी स्वर्ण पदक जीते। दिन का उलटफेर जूनियर विश्व चैंपियन सेनापति गुरुनायडू की हार रही। उन्हें 55 भार वर्ग में मुकुंद अहीर ने पराजित किया।

ज्ञानेश्वरी ने 176 किलो भार उठाया

बीते वर्ष जूनियर विश्व चैंपियनशिप में रजत जीतने वाली ज्ञानेश्वरी ने स्नैच और क्लीन एंड जर्क की सभी छह लिफ्ट सफलता पूर्वक उठाईं। उन्होंने स्नैच में 78 और क्लीन एंड जर्क में 98 किलो समेत कुल 176 किलो भार भार उठाया। वहीं, झिल्ली 169 किलो भार उठा सकीं। उन्होंने रजत जीता। इस भार में यूथ वर्ग का स्वर्ण कोयल बार ने 152 किलो भार उठाकर जीता।

कोमल और मुकुंद ने भी जीते स्वर्ण

लड़कियों के ही 40 भार वर्ग में भारत की ज्योशना साबर ने 116 किलो भार उठाकर स्वर्ण जीता। उन्होंने बांग्लादेश की सुमोना (107 किलो) को परास्त किया। 45 भार वर्ग के यूथ वर्ग में भारत की अश्मिता धोने ने 136 किलो भार के साथ माल्टा की किम लगाना (134 किलो) को पराजित किया। अश्मिता ने जूनियर वर्ग में भी स्वर्ण जीता। इसी भार के सीनियर वर्ग में भारत की कोमल कोहड़ ने 154 किलो वजन के साथ श्रीलंका की श्रीमाली दिविसेकरा को 146 को पराजित किया। पुरुषों के 55 भार वर्ग के सीनियर वर्ग में मुकुंद अहीर (भारत, 106+133) कुल 239 किलो भार उठाकर बांग्लादेश के मोहम्मद रहमान ताज (207) को पराजित किया। उन्होंने बड़ा उलटफेर जूनियर वर्ग 228 किलो वजन उठाने वाले गुरुनायडू सेनापति को हराकर किया। इसी भार के यूथ वर्ग में भारत के तोमछोउ मितेई ने 229 किलो के साथ स्वर्ण जीता। यहां भी नायडू दूसरे स्थान पर रहे।