भोपाल ।  भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक आरिफ अकील ने स्वेच्छानुदान से अपनों को ही उपकृत कर दिया। उन्होंने नाते-रिश्तेदारों सहित कर्मचारियों को स्वेच्छानुदान निधि से अनुदान दिया। इनमें पार्षद, सरकारी कर्मचारी और संपन्न परिवार तक को निधि का लाभ दिया गया। प्रत्येक को पांच हजार से 20 हजार रुपये तक भुगतान करना सामने आया है।

विधायक की स्वेच्छा पर निर्भर अनुदान

दरअसल, अकील के परिवार में कई दावेदार इन दिनों टिकट की दौड़ में हैं। वे ही इस तरह की गड़बड़ियों को सार्वजनिक कर रहे हैं। इसकी शिकायतें की गई हैं। हालांकि भोपाल के एडीएम प्रकाश सिंह चौहान का कहना है कि यह विधायक की स्वेच्छा पर निर्भर करता है कि वह किसे अनुदान दें। इसके लिए किसी व्यक्ति विशेष की बाध्यता नहीं हैं लेकिन बात भुगतान की करें तो युवा कांग्रेस नेता अभिषेक जैन (अब्बू) जो भोपाल के चौक बाजार के एक बड़े कारोबारी है उनको व उनके परिवार को स्वेच्छानुदान दिया गया।

इसी तरह, भोपाल नगर निगम में कर्मचारीमो. मुस्तकीन, मो. अबरार खान और अदीबा अबरार को भी निधि से अनुदान दिया गया है, जो विधायक अकील के सिकंदरी कार्यालय में अटैच हैं। मुमताज बिल्डिंग मेटेरियल सप्लायर को भी भुगतान किया गया। राजभवन में पदस्थ कर्मचारी मसरूर अली और नगर निगम भोपाल में पदस्थ नवेद अली, आरिफ अकील की सगी छोटी बहन, कांग्रेस पार्षद धर्मेंद्र उपाध्याय की कुलतारा शिक्षा समिति, पार्षद रवि वर्मा के दो स्कूलों, उत्तर विधानसभा क्षेत्र के युवा कांग्रेस अध्यक्ष फैज बेग भुरू व उनके परिवार और पार्षद नाजमा अंसारी व उनके परिवार को स्वेच्छानुदान दिया गया।

भाजपा विधायक पटवा प्रतीक्षालय ही बनवाते रहे

भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सुरेंद्र पटवा ने अपनी निधि का सर्वाधिक उपयोग प्रतीक्षालयों के निर्माण में किया है। मुख्यमंत्री से उच्चस्तरीय जांच के लिए की गई शिकायत में आरोप यह भी है कि जिन स्थानों पर प्रतीक्षालय की जरूरत नहीं, वहां भी विधायक ने निर्माण करा दिया और उसके लिए दिल खोल कर खर्च किया। विधायक पटवा की उनके ही पार्टी के पूर्व पार्षद ने मुख्यमंत्री से शिकायत कर स्वेच्छानुदान से किए गए व्यय की जांच की मांग की है।

आरटीआइ में मिले दस्तावेजों के आधार पर आरोप

शिकायत के अनुसार, विधायक सुरेंद्र पटवा ने चार साल में 190 यात्री प्रतीक्षालय बनवाए, जिस पर साढ़े पांच करोड़ रुपये खर्च किए गए। पटवा ने इस राशि का भुगतान एमपी एग्रो एजेंसी को किया है। मामले की शिकायत करते हुए भाजपा के पूर्व पार्षद विजेंद्र गुर्जर ने आरटीआइ में मिले दस्तावेजों के आधार पर आरोप लगाया है कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में विधायक निधि से 37 यात्री प्रतीक्षालय बनाए गए।

इनका कहना 

गांव में गरीब का मकान सवा लाख रुपये में बन रहा है और विधायक ने उससे ज्यादा धनराशि से लोहे के यात्री प्रतीक्षालय बनवा दिए। इनमें एक ही एजेंसी को भुगतान हुआ है। इसकी उच्च स्तरीय जांच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को करानी चाहिए।

राजकुमार पटेल, पूर्व मंत्री, कांग्रेस