नई दिल्ली। तमाम मंथन के बाद भाजपा ने बुधवार को 72 लोकसभा उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इस सूची के आते ही गुजरात में उथल पुथल शुरु हो गई। आपसी चर्चा और भीतर ही भीतर आक्रोश की हवा चलने लगी। पार्टी ने एक केंद्रीय मंत्री समेत कुल पांच मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है। पार्टी ने राज्य के लिए कल सात उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की, जिसमें रेल राज्य मंत्री दर्शना जरदोश समेत पांच मौजूदा सांसदों को हटाकर उनकी जगह नए चेहरों को प्रत्याशी बनाया गया है। 
नई लिस्ट में पार्टी ने मोदी सरकार में रेल राज्यमंत्री और तीन बार की सांसद जरदोश का पत्ता साफ करते हुए उनकी जगह सूरत लोकसभा सीट से मुकेश दलाल को उम्मीदवार बनाया है। 63 वर्षीय दलाल भाजपा शासित सूरत नगर निगम की स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष थे और फिलहाल पार्टी की सूरत शहर इकाई के महासचिव हैं। रेल राज्यमंत्री के अलावा जिन चार अन्य मौजूदा सांसदों का टिकट काटा गया है, उनमें साबरकांठा के दीपसिंह राठौड़, वलसाड के केसी पटेल, भावनगर की भारतीबेन शियाल और छोटा उदयपुर की गीताबेन राठवा शामिल हैं। जिन दो मौजूदा सांसदों को पार्टी ने फिर से उम्मीदवार बनाया है, उनमें वडोदरा की रंजनबेन भट्ट और अहमदाबाद-पूर्व के हसमुख पटेल शामिल हैं।भाजपा ने साबरकांठा से भीकाजी ठाकोर, भावनगर से नीमूबेन बंभानिया, वलसाड से धवल पटेल और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीट छोटा उदयपुर से जशुभाई राठवा को उम्मीदवार बनाया है। राठवा 2017 के विधान सभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार से हार गए थे। अब उन्हें लोकसभा चुनावों में कैंडिडेट बनाया गया है। दूसरे आदिवासी बहुल सीट वलसाड सीट पर भाजपा ने 38 साल के इंजीनियर धवल पटेल पर भरोसा जताया है। धवल फिलहाल पार्टी के एसटी मोर्चा के नेशवल सोशल मीडिया इनचार्ज हैं। लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने की संभावना है। इससे पहले भाजपा ने दो मार्च को गुजरात की 15 लोकसभा सीटों समेत 195 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए थे। अब नई दिल्ली में 72 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी होने के बाद गुजरात की शेष चार सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा होनी बाकी रह गई है। 2019 के चुनावों में भाजपा ने राज्य की सभी सीटों पर जीत हासिल की थी। गुजरात में लोकसभा की 26 सीटें हैं।