गर्मियां शुरू होते ही अधिकांश घरों में नींबू पानी बनना शुरू हो जाता है. ये एक ऐसी आम ड्रिंक है, जोकि गर्मी के मौसम में न सिर्फ आपको हाइड्रेटेड रखने में मदद करती है, बल्कि इससे आपके शरीर में विटामिन सी की कमी भी नहीं होती है. गर्मी के मौसम में नींबू पानी पीना एकदम राहत देने वाला होता है. येगले को तर करने के साथ शरीर को ठंडक भी देता है और इससे अंदर से एनर्जी भी मिलती है.

हालांकि, बहुत से लोगों को नींबू पानी को सही से बनाने के तरीके के बारे में नहीं पता होता है, जिसकी वजह से बहुत से लोगों की तबीयत भी खराब हो जाती है. ऐसे में नींबू पानी को सही से बनाने के तरीके के बारे में आपको पता होना बहुत जरूरी है. इसी क्रम में यहां ऐसी ही 5 गलतियों के बारे में बताया गया है जो लोग अक्सर नींबू पानी बनाते समय कर देते हैं.

गंदे नींबू का इस्तेमाल करना: बाजार से लाए गए नींबू अगर बिना धोए सीधे काट लिए जाएं तो उसके ऊपर लगी धूल-मिट्टी या कीटनाशक अंदर चला जाता है. इससे पेट खराब हो सकता है या फूड पॉइजनिंग का खतरा रहता है. नींबू को पानी से अच्छे से धो लेना चाहिए और अगर हो सके तो हल्का गर्म पानी इस्तेमाल करें.

बासी या कटे हुए नींबू का दोबारा यूज़: कभी-कभी लोग सुबह काटे हुए नींबू को फ्रिज में रख देते हैं और फिर उसी को शाम को इस्तेमाल कर लेते हैं. लेकिन ऐसा करना सही नहीं है. कटे हुए नींबू में बैक्टीरिया जल्दी पनप जाते हैं, जिससे नींबू पानी पीने के बाद गैस, उल्टी या दस्त जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.

बहुत ज़्यादा चीनी या नमक डालना: नींबू पानी हेल्दी तभी रहता है जब उसमें संतुलन हो. बहुत ज्यादा चीनी डालने से ये एक तरह का शरबत बन जाता है, जो वजन बढ़ा सकता है. वहीं बहुत ज्यादा नमक डालने से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है. इसलिए थोड़ा स्वाद अनुसार ही डालें न कम, न ज्यादा.

गंदे बर्तन या बोतल में रखना: नींबू पानी को अक्सर लोग बोतल में भरकर रखते हैं, लेकिन अगर बोतल या ग्लास अच्छे से साफ़ नहीं हो तो उसमें मौजूद बैक्टीरिया नींबू पानी को खराब कर सकते हैं. इससे पेट दर्द या एसिडिटी हो सकती है.

बहुत देर तक बाहर छोड़ देना: नींबू पानी अगर बनाकर कई घंटे बाहर टेबल पर रखा रहे तो उसमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, खासकर गर्मियों में. इससे नींबू पानी खट्टा हो सकता है और पीने से तबीयत खराब हो सकती है. हमेशा ताज़ा बनाएं या फ्रिज में रखें.