ग्वालियर पुलिस ने मुरैना रोड पर चेकिंग के दौरान सोमवार सुबह 47 लाख रुपये पकड़े। पूरी रकम में वही नोट मिले हैं, जो 7 साल पहले बंद हो चुके हैं। 500 रुपये के नोटों की 12 और एक हजार रुपये के नोटों की 41 गड्डियां मिली हैं।

उसके साथ ग्वालियर का रहने वाला एक युवक और शामिल है। जब पूछताछ की गई तो बोले- किसी तांत्रिक से मिलने आए थे, उसने तंत्र-मंत्र के जरिये पुराने नोटों को नए नोटों में बदलने की बात कही थी, इसलिए यहां आए थे। इन दोनों पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है, इनसे और पूछताछ चल रही है। पुलिस इनकी कॉल डिटेल भी खंगाल रही है।

एसएसपी राजेश सिंह चंदेल ने बताया कि 50 हजार रुपये से अधिक लेकर चलने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते एएसपी ऋषिकेष मीणा को कार्रवाई की जिम्मेदारी दी गई है। एएसपी मीणा को मुखबिर से सूचना मिली कि मुरैना की ओर से एक बाइक सवार करीब 50 लाख रुपये लेकर ग्वालियर आ रहा है।

सूचना मिलते ही सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार, क्राइम ब्रांच प्रभारी अमर सिंह सिकरवार, एसआइ सुरजीत सिंह परमार और उनकी टीम को लगाया गया। टीम ने चेकिंग शुरू कर दी। पुरानी छावनी इलाके में मुरैना रोड पर ट्रिपल आइटीएम के पास चेकिंग पाइंट लगा हुआ था। यहां बाइक पर युवक गुजरा। पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। उसके पास एक बैग मिला। उसके साथ एक महिला भी बैठी हुई थी। जब उसके बैग की तलाशी ली तो उसमें बंद हो चुके नोटों की गड्डियां रखी हुई थी।

उसे थाने ले जाकर पूछताछ की गई तो उसने अपना नाम सुल्तान करोसिया बताया। फिर उसने बताया कि उसका ग्वालियर में रहने वाला साथी जितेंद्र सिंह भदौरिया किसी तांत्रिक के संपर्क में है, उसी ने रुपये मंगवाए थे। यह रुपये तांत्रिक को देने थे। तांत्रिक ने झांसा दिया था कि वह इन्हें नए नोटों में बदल लेगा, इसके बदले आधा पैसा देना होगा। नोट बदलवाने के लिए ही यह लोग आए थे।

पकड़े गए युवक के साथ बिजौली की रहने वाली एक महिला थी, जिसे महज 1 हजार रुपये में उसने यह लालच दिया था कि ग्वालियर में तांत्रिक के घर बैग पहुंचाना है। इसके एवज में 1 हजार रुपये मिल जाएंगे। महिला को इस बारे में कुछ नहीं पता था, इसके चलते पुलिस ने उसे छोड़ दिया।

पकड़े गए सुल्तान करोसिया ने बताया कि उसने भिंड के रहने वाले युवक से 70 हजार रुपये में 4.50 लाख रुपये के नकली नोट खरीदे थे। उसे लगा था कि यह नोट सस्ते में मिल रहे हैं, इनके जरिये उसे कुछ फायदा हो जाएगा। इसलिए उसने नोट खरीद लिए। बाकी पैसे के बारे में बताया कि उसे कचरे के ढेर में मिला था, लेकिन पुलिस उसकी बताई कहानी पर यकीन नहीं कर रही है।

इन लोगों ने बताया कि पहले भी नोट बदलवाने के लिए ग्वालियर आ चुके हैं, लेकिन वह तांत्रिक कुछ देर में आने की कहता रहा और फिर आया ही नहीं। अब दोबारा उससे बात हुई, वह किसी नेता का नाम भी ले रहा था।

पुराने नोटों के साथ पकड़े गए युवक ने बताया कि तांत्रिक ने उसे कुछ समय पहले डबरा भी भेजा था। डबरा में एक जगह खजाना होने की बात कहकर भेजा था। उससे कुछ रुपये लिए, इसके बाद खुदाई भी की लेकिन कुछ नहीं मिला।