ग्राम पंचायत शाईस्ताखेड़ी में सरपंच-सचिव की मिलीभगत से तालेबंदी, ग्रामीण कार्यों के लिए हो रहे परेशान

 

दैनिक द लाॅयन सिटी - फंदा - भोपाल जिले की फंदा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत शाईस्ताखेड़ी में लापरवाही की हद पार हो चुकी है। पंचायत भवन में कई दिनों से ताला लटका हुआ है, जिससे ग्रामीण अपने जरूरी पंचायत कार्यों के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच रविंद्र त्यागी और सचिव मंगला वर्मा की आपसी मिलीभगत से यह स्थिति बनी हुई है।

 

पंचायत भवन की हालत इतनी खराब है कि अंदर बैठने के लिए कुर्सियां तक नहीं हैं। सफाई का अभाव इस कदर है कि पूरे भवन में मकड़ी के जाले और कूड़ा-कचरा फैला हुआ है। स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ती यहां साफ देखी जा सकती हैं।

 

*साल में सिर्फ दो बार खुलता है पंचायत भवन*

 

ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत भवन साल में केवल 26 जनवरी और 15 अगस्त के अवसर पर ही खोला जाता है। बाकी समय भवन में ताला लगा रहता है। गांव के लोगों को जन्म प्रमाण पत्र, आय-जाति प्रमाण पत्र, पीएम आवास, शौचालय जैसी सरकारी योजनाओं के लिए भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

 

*सरपंच ने सचिव का नंबर देकर पल्ला झाड़ा और बंद किया फोन*

 

जब कुछ पत्रकारों ने पंचायत भवन का निरीक्षण किया और आसपास के ग्रामीणों से बातचीत की तो सभी ने पंचायत की दुर्दशा पर गहरी नाराजगी जताई। जब सरपंच रविंद्र त्यागी से इस बाबत संपर्क किया गया तो उन्होंने सारा जिम्मा सचिव मंगला वर्मा पर डालते हुए उनका मोबाइल नंबर दिया और बाद में अपना फोन ही बंद कर लिया।

 

*प्रशासन की चुप्पी सवालों के घेरे में*

 

ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या की शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से भी की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इससे यह साफ झलकता है कि पंचायत स्तर पर जवाबदेही की भारी कमी है।

 

ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल प्रभाव से सरपंच और सचिव पर कार्रवाई की जाए और पंचायत भवन को नियमित रूप से खोला जाए, ताकि आमजन को राहत मिल सके।