श्रीनगर, 7 मई । भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान स्थित आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की। सीएम अब्दुल्ला ने सभी लोगों से एकजुट और मजबूत रहने की अपील की।

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपने एक्स अकाउंट पर फोटो शेयर करते हुए लिखा, “मौजूदा घटनाक्रम को देखते हुए सभी डिप्टी कमिश्नरों को तत्काल आपातकालीन फंड जारी करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों को गलत सूचनाओं का मुकाबला करने और जनता से केवल सत्यापित स्रोतों पर भरोसा करने की अपील करने के लिए कहा गया है। आइए, हम एकजुट और मजबूत रहें।”

एक अन्य पोस्ट में बताया गया, “सीमा/नियंत्रण रेखा क्षेत्रों में सुरक्षा और तैयारियों का आकलन करने के लिए बैठक आयोजित की गई। नागरिक जीवन की सुरक्षा, बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और किसी भी उभरती चुनौती का त्वरित जवाब सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।”

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर उच्च स्तरीय चर्चा की। उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक (डीजी), उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से फोन पर बात की।

केंद्रीय गृह मंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सीमा के नजदीक रहने वाले नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।

उन्होंने कहा, “सीमा के पास रहने वाले सभी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर बने बंकरों में तत्काल शिफ्ट किया जाए। उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है।”

इस बीच, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में स्थिति का जायजा लिया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमले किए, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है। इस कार्रवाई को पहलगाम आतंकी हमले का जवाब माना जा रहा है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।