विक्रमादित्य महोत्सव पर सिंधी भक्ति गीतों पर खूब नाचे श्रोता।

 

मुकुट पहनाया गया, हुई पूजा अर्चना भंडारा भी

 

दैनिक द लाॅयन सिटी - संत हिरदाराम नगर - राजा वीर विक्रमादित्मय महोत्स की शनिवार सुबह मंदिर में परम्परागत ढंग से शुरूआत हुई। इस मेले का शुभारंभ शुक्रवार रात को उल्हासनगर के भगत मोहनलाल की सिंधी भगत से हुआ लेकिन विधिवत आयोजन शनिवार को राजा वीरि मंदिर में किया गया। यहां पंडित नारायण शर्मा ने विधि विधान से मुकुट की पूजा कर उसे राजा वीर विक्रमादित्य की प्रतिमा पर पहनाया। कार्यक्रम समिति के पूर्व पदाधिकारी स्व. प्रेमचंद तेजवानी, स्व. नारीमल नरियानी, स्व. काका रूपचंद रायचंदानी एवं स्व. नारी तनवानी को समर्पित रहा। शनिवार सुबह पूजा अचर्ना के बाद विश्व शांति एवं मानव कल्याण के लिए बहिराणा साहिब का आयोजन किया गया यहां ज्योति प्रज्वलित की गई। इस मौके पर संत हिरदाराम नगर की रमेश एण्ड सिंधी म्यूजिकल पार्टी ने जब सिंधी भक्ति गीत प्रस्तुत किए तब श्रोता खुद को रोक नहीं पाए और जमकर थिरके।

विक्रमादित्य महोत्सव समिति के अध्यक्ष किशोर तेजवानी की अध्यक्षता में आयोजित इस समारोह में एमआईसी सदस्य राजेश हिंगोरानी ने बताया कि 50 लाख की लागत से विक्रमादिम्य मंदिर रोड का सीमेंट कांक्रीट किया जाएगा। इतना ही नहीं 6 लाख की लागत से झूलेलाल मंदिर में शेड का निर्माण भी चैटीचंड से पहले किया जाएगा। उन्होंने विक्रमादित्य मंदिर रोड का नाम विक्रमादित्य से रखे जाने के लिए नगर निगम परिषद में प्रस्ताव रखने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर अध्यक्षीय उदबोधन में किशोर तेजवानी ने विक्रमादित्य के जीवन पर प्रकाश डाला साथ ही संत हिरदाराम नगर की सड़कों का नामकरण महापुरूषों के नाम से किए जाने, सीहोर रोड को आने वाले मास्टर प्लान में आवासीय घोषित कराने की मांग उपस्थित पार्षदों से की। कार्यक्रम को पूज्य सिंधी पंचायत अध्यक्ष माधु चादवानी एवं सिंधी सेन्ट्रल पंचायत अध्यक्ष चन्द्रप्रकाश इसरानी ने भी सम्बोधित किया जबकि सिंधी महिला पंचायत अध्यक्ष किरण वाधवानी ने झूलेलाल की शोभा यात्रा में महिलाओं की अधिक से अधिक उपस्थिति सुनिश्चित करने जोर दिया। यहां मौजूद सभी गणमान्य नागरिकों को अध्यक्ष किशोर तेजवानी एवं महासचिव जेठानंद मूलचंदानी ने शाल ओढ़ाकर सम्मान किया। इस मौके पर आयोजित सिंधी धार्मिक गीतों पर उपस्थित गणमान्य नागरिक खूब नाचे। 

हुई विशेष पूजा अर्चना

इससे पूर्व पंडि नारायण शर्मा ने राजा वीर विक्रमादित्य की विधि विधान से पूजा अर्चना रिवाई एवं मुकुट पहनाकर मेले का शुभारंभ किया। इस मौके पर पार्षद अशोक मारन, विक्रमादित्य महोत्सव समिति से जुड़े संरक्षक ईश्वरदास हिमथानी, लख्मीचंद नरियानी, नरेश चोटरानी, सुरेश जसवानी, हीरो हिन्दु इसरानी, जानीमल मूलचंदानी, नंदलाल दादलानी, कन्हैयालाल मोरचंदानी, भोजराज मोतियानी कपड़ा एसोसियेशन के पूर्व अध्यक्ष मूलचंद वीधानी, दयालदास डेटानी, मंघाराम मेंघवानी, ओमप्रकाश रीझवानी, नरेश पेसवानी, राज मनवानी, घनश्याम लालवानी, दिनेश वाधवानी, कमल वीधानी, वासुदेव वाधवानी, नारायणदास लालवानी, जानीमल भारानी सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे। संचालन सुरेश जसवानी ने एवं आभार महेश खटवानी ने किया।

हुआ सिंधी प्रोग्रामविक्रमादित्य महोत्सव के अवसर पर शनिवार को 4.30 बजे सिंधी भगत, छेज का कार्यक्रम रमेश एण्ड पार्टी की तरफ से किया गया जबकि रात को कोटा की जानी मानी सिंधी म्यूजिकल पार्टी लक्ष्मीचंद द्वारा सिंधी की परम्परागत भगत का प्रस्तुतिकरण हुआ। रविवार को शाम 5 बजे से मोहनलाल एण्ड पार्टी उल्हासनगर की तरफ से सिंधी गीत संगीत का प्रोग्राम होगा जबकि सोमवार को सुबह 10 बजे विश्व शांति, मानव कल्याण एवं कारोबार की वृद्धि के लिए प्रार्थना के साथ चार दिवसीय मेले का समापन्न किया जाएगा।