भोपाल की शान भोपाल के मैरिज गार्डन।

 

दैनिक द लाॅयन सिटी - भोपाल- एक समय याद करें जब भोपाल में मैरिज गार्डन शादी हालो का समय नहीं था उसे समय भी शादियां होती थी परंतु घरों के आसपास टेंट पंडाल लगाकर या घरों के पास के ग्राउंड दशहरे मैदाने पर टेंट लगाकर शादियां होती थी उस समय अस्थाई रूप से हर तरह की चीज होती थी । शादी सगाई या मांगलिक कार्यक्रम के अगले दिन वहां गंदगी और कचरे का अंबार होता था और जिस समय शादी चल रही होती थी अगर वह गली मोहल्ला हो तो कई दिन तक वहा लगे टेंट पंडाल की वजह से बंद रहता था और आसपास में शोर शराब अभी लगा रहता था परंतु जब से मैरिज गार्डन भोपाल शहर में कुछ दशक पहले से आरंभ हुए है तब से पहले तो शहर की खूबसूरती बड़ी है क्योंकि करोड़ अरबो रुपए के मैरिज गार्डन जो की सुंदर है और जो लोग बाहर से आते हैं वह इन सुंदर मैरिज गार्डन को देखकर प्रभावित होते हैं और भोपाल शहर की तारीफ करते हैं 

दूसरा शहर में जो जगह-जगह पर शादी समारोह के बाद गंदगी और अवस्था होती थी वह इन्हीं मैरिज गार्डन की शादी वालों की वजह से कुछ जगह सीमित हो गई है जिससे जगह-जगह गली मोहल्लों मे गंदगी नही होती है और सड़के भी मुक्त रहती हैं इसके अलावा इन भोपाल के सैकड़ो मैरिज गार्डन में जो शादियां होती हैं उनसे जुडे आयोजनो से हजारो घरों को रोजगार मिलता है इसी के साथ शासन को करोड़ों रुपए का टैक्स के माध्यम से धन मिलता है जिसमे केवल प्रॉपर्टी टैक्स के माध्यम सही करोड रुपए हर साल शासन को मिलते हैं ओर भी कई बड़ी संख्या में टैक्स शासन को मिलता है जिससे कि शहर को सुंदर बनाने के कार्य होते हैं। 

यहां एक बात सोचने की है कि, अगर आप एक मिनट के लिए सोच की, आज के समय पर अगर यह मैरिज गार्डन नही हो तो शहर की स्थिति कितनी भयानक होगी क्योंकि शादी विवाह समारोह तो तब भी होंगे।

 

गार्डन का पानी तालाब में गार्डन में गंदगी प्रदूषण

 

जब कोई भी चीज अच्छी होती है तो उसके पीछे कुछ लोग बुराई और गंदगी ढूंढते हैं ऐसे ही भोपाल के सुंदर मैरिज गार्डन शादी हालों के साथ होता है । कुछ मैरिज गार्डन को छोड़ दे तो बाकी अधिकांश जहां पर आम जनता को बहुत अच्छी व्यवस्थाएं मिल जाती है वहां पर भी कुछ लोगों को गंदगी, तालाब में गंदा पानी जाना और अव्यवस्थाएं दिखती हैं अब यहां सोचने वाली बात यह है कि पूरा भोपाल शहर तालाब के चारों तरफ बना हुआ है और पूरे भोपाल का अधिकांश पानी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भोपाल के तालाब में ही जाता है ऐसे में भोपाल के अधिकांश गार्डन जो है नगर निगम की परमिशन के नियम के अनुसार ही वह कम से कम 300 मीटर की दूरी पर स्थित है जिससे उनका सीधा पानी तालाब में जाना संभव नहीं है और जहां इतने बड़े शादी विवाह समारोह होंगे वहां पर कुछ घंटे के लिए कुछ समय के लिए गंदगी तो होगी पर मैरिज गार्डन , शादी हालो वालों के प्रयासों से तुरंत साफ करके नगर निगम की मदद से उसको सही जगह पर पहुंचा दिया जाता है 

दूसरी बात की शादी विवाह समारोह में जो लोग आते हैं वह किसी के बोलने पर सुनते नहीं है परंतु फिर भी मैरिज गार्डन के अंदर यह व्यवस्था होने से जो चीज सड़कों पर होनी चाहिए वह गार्डन के अंदर होती है जिससे की बहुत हद तक परेशानियों से उल्टा छुटकारा ही मिलता है यहां देखने समझने वाली बात यह है कि अगर हम किसी चीज को अच्छे रूप में देखेंगे तो हमें अच्छा दिखेगा और अगर हम उसमें गलतियां ही ढूंढेंगे तो गलतियां ही दिखेगी