रायपुर ।   विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के नए सीएम के रूप में बुधवार को शपथ ली. साय राज्य के चौथे मुख्यमंत्री होंगे. इससे पहले इस पर अजीत जोगी, रमन सिंह और भूपेश बघेल इस पद पर रह चुके हैं. टर्म के हिसाब से देखें तो साय छठे विधानसभा में सीएम बने हैं. 3 दिसंबर को चुनावी नतीजे सामने आने पर बीजेपी ने पांच साल के बाद सत्ता में वापसी की है. 10 दिसंबर को बीजेपी ने अपने सीएम के नाम की घोषणा की थी. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और विजय शर्मा ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज में किया गया. कार्यक्रम के दौरान बीजेपी के क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के नेता मौजूद रहे. शपथ ग्रहण में पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन ने भी शिरकत की. शपथ ग्रहण को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए. रायपुर के साइंस कालेज मैदान में विष्णुदेव साय ने सीएम और अरूण साव व विजय शर्मा ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। पीएम मोदी, योगी, शाह, नड्डा समेत कई दिग्गज नेता मौजूद।

पूर्व सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव पहुंचे सभा स्थल

शपथ समारोह में पूर्व सीएम भूपेश बघेल भी पहुंचे हुए हैं। उनके लिए पहली पंक्ति में डा.रमन सिंह के बाजू में कुर्सी लगाई गई है। वहीं पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव भी मंच पर मौजूद है। वे दूसरी पंक्ति में बैठे हैं।

अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

वहीं, शपथ ग्रहण से पहले विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. साय ने ट्वीट किया, ''छत्तीसगढ़ राज्य निर्माता, हम सबके प्रेरणास्रोत श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा में माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित की. भाजपा सरकार ने जिस ध्येय के साथ छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया, उस ध्येय को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए सदैव संकल्पित रहूंगा.'' 

शपथ ग्रहण से पहले मां का लिया आशीर्वाद

वहीं. शपथ ग्रहण से पहले वह अपनी मां से मिलने गए और उनका चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया. साय ने ट्वीट किया. आज शपथ ग्रहण से पूर्व अपनी माता जी के चरण स्पर्श कर उनसे छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करने का आशीर्वाद लिया. माँ मेरी प्रेरणास्रोत है, उन्होंने मुझे हमेशा जनसेवा के लिए प्रेरित किया है.'' मां जसमनी देवी ने आरती उतारी जबकि पत्नी ने कौशल्या देवी ने मिठाई खिलाकर पति को शपथ ग्रहण के लिए विदा किया.