सत्ता नहीं, सनातन कि खिलाफत के लिए बना गठबंधन इंडिया

भोपाल ।  प्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज कांग्रेस व दिग्विजय सिंह पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमेशा से ही विभाजन कि राजनीति करने वाली कांग्रेस इसी  साजिश में रहती है कि किस तरह प्रदेश की शांति भंग हो, लोगो के बीच विभाजन हो और वह इसका फायदा उठाए। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कि मोहब्बत कि दुकान के प्रमुख सेल्समैन ही जब चचा जान  दिग्विजय सिंह हों तो समझा जा सकता है कि दुकान से  क्या बिक रहा होगा।
विदिशा में जनआशीर्वाद यात्रा से पूर्व मीडिया से चर्चा करते हुए गृहमंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस अपनी विभाजन कि राजनीति के लिए क्या क्या साजिश करती है यह सबको पता है। मोहब्बत कि दुकान के सेल्समैन चचा जान दिग्विजय सिंह ने कुछ समय पहले पाकिस्तान के डैमेज  पुल को यहां का बता कर ट्वीट कर दिया था। खरगोन में दंगों के समय कहीं और कि भगवा झंडा लगा मस्जिद खरगोन कि बताकर तनाव फैलाने का काम किया था। कुछ दिन पहले ही नूह (हरियाणा)  जैसे दंगे प्रदेश में हो सकते हैं बयान देकर दहशत फैलाने कि कोशिश की थी।ऐसे दर्जनों उदाहरण है । आप दिग्विजय सिंह का इतिहास देख ले वह इस तरह काम कर समाज में भय व भ्रम फैलाते रहते हैं। पाकिस्तान से उनका प्रेम भी किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने तो कांग्रेस कि जन आक्रोश यात्रा का थीम सांग भी पाकिस्तान से ही चुरा कर लिया है।उन्हें उज्जैन में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे में काजी साहब जिंदाबाद सुनाई देते हैं।
डॉ  मिश्रा ने कहा कि यह अभी नहीं हो रहा है कांग्रेस शुरू से ही विभाजन की राजनीति करती आई है। कांग्रेस का मूल मंत्र ही यही है कि भय दिखाकर मुसलमानों को एक जुट रखो और  हिन्दुओ को जातियों में बाट दो। यादव  जाटव, एससी , एसटी और ब्राह्मण सबको अलग- अलग कर दो। इनमें एकजुटता नहीं होने दो। यही कारण है कि कांग्रेस  विभाजन का एक भी मौका नहीं छोड़ती है। लेकिन अच्छी बात यह है कि कांग्रेस के इस चरित्र को देश कि जनता अब जान चुकी है। इसलिए जनता ही उसे जवाब भी दे रही है।

सनातन के खिलाफ गठबंधन
आईएनडीआईए गठबंधन को लेकर  गृह मंत्री डॉ मिश्रा ने कहा कि यह घमंडिया गठबंधन   क्यों बनाया गया? यह अब सामने आने लगा है। सनातन धर्म के खिलाफ जिस तरह इस गठबंधन के नेता जहर उगल रहे है, उसने बता दिया है कि इस गठबंधन का गठन सत्ता के विरोध के लिए नहीं सनातन के विरोध के लिए हुआ है। वैसे भी इस घमंडिया गठबंधन की न कोई नीति है , न नियम है और न ही कोई  सिद्धांत हैं।सब हवा हवाई चल रहा है। देख लेना एक दिन यह गठबंधन भी हवा हो जाएगा।