करण जौहर बॉलीवुड के चर्चित निर्माता-निर्देशकों में शुमार हैं। एक तरफ अपनी फिल्मों को लेकर उनकी तारीफ होती हैं, तो दूसरी तरफ उनकी आलोचना करने वाले भी कम नहीं हैं। सबसे बड़ी बात करण पर अक्सर भाई-भतीजावाद को बढावा देने के आरोप लगाते रहते हैं। अब करण फिल्म 'किल' को लेकर काफी चर्चा में चल रहे हैं। इस फिल्म में राघव जुयाल और लक्ष्य को कास्ट करने पर करण के ऊपर से नेपोटिज्म के आरोप का टैग हट गया है। अब काफी दिनों के बाद करण ने इस पर चुप्पी तोड़ी है। 

करण जौहर इस समय अपनी आखिरी निर्देशित फिल्म 'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' की शानदार सफलता का आनंद ले रहे हैं। फिल्म को दर्शकों की सकारात्मक प्रतिक्रिया और मजबूत बॉक्स-ऑफिस परिणाम मिले हैं। अब करण एक एक्शन थ्रिलर लेकर आए हैं, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। 'किल 'नाम वाली यह फिल्म धर्मा प्रोडक्शंस द्वारा बनी है और इसमें राघव जुयाल और लक्ष्य मुख्य भूमिका में हैं। 

हाल ही में, एक इंटरव्यू में करण से पूछा गया कि आपको लोग नेपो माफिया कहते हैं, लेकिन इस बार  राघव जुयाल और लक्ष्य को फिल्म में कास्ट कर आपने तो लोगों का मुंह बंद कर दिया है क्या अभी भी लोग आपको नेपो माफिया कहेंगे तो इसपर करण ने जवाब दिया,'आप हर चीज के लिए हमारी आलोचना करते हैं। आप बोलते हैं कि हम भाई-भतीजावाद, नेपो बेबीज को हम आगे बढ़ाते हैं। मैं कहना चाहता हूं कि अगर आप हमारी आलोचना करते हैं, तो आज हमें श्रेय भी दीजिए।' 

करण ने आगे कहा, 'लक्ष्य एक बाहरी व्यक्ति हैं। यह एक बहुत महंगी फिल्म है, जो पूरी तरह से उन पर आधारित है। हमने इसका निर्माण किया है। हमने इस फिल्म पर पैसा लगाया है। लक्ष्य को यह भूमिका पाने के लिए ऑडिशन से गुजरना पड़ा और उन्होंने इसके लिए कड़ी मेहनत की है तो आप आज हम पर यह आरोप  नहीं लगा सकते हैं कि हम नेपोटिज्म को आगे बढ़ा रहे हैं।'

बता दें कि फिल्म'रॉकी और रानी की प्रेम कहानी' से करण जौहर सात साल के बाद निर्देशक कुर्सी पर विराजमान हुए थे। फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर काफी अच्छी कमाई की थी।