दैनिक द लाॅयन सिटी - संत हिरदाराम नगर - मा कालका चौराहा स्थित जय मा काली मंदिर मे, शरद पूर्णिमा, पर्व चावल से बनी विशेष खीर वितरण कर मनाया गया। मंदिर समिति के महासचिव कमलेश रायचंदानी ने बताया कि, आज हमने शरद पूर्णिमा के शुभ अवसर पर माॅ काली को विशेष रूप से निर्मित खीर प्रसाद का भोग लगाया ओर फिर पूजा अर्चना के बाद सैकडो भक्तो मे वितरण किया ।

शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से पूर्ण होते है और उसकी किरणों में विशेष औषधीय गुण होते हैं। मान्यता है कि इस रात चंद्रमा से निकलने वाली किरणें अमृत समान होती हैं, जो शरीर को अच्छा स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्रदान करती हैं। शरद पूर्णिमा की रात खीर का विशेष महत्व होता है, इसलिए इस दिन खीर बनाकर आसमान के नीचे चंद्र देव की रोशनी में रखा जाता है जिससे खीर विशेष गुणवान हो जाती हैं जिसे अमृत तुल्य कहा जाता है फिर इसका सेवन किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, चंद्रमा की किरणों से युक्त खीर का सेवन शरीर के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। मान्यता है कि, चंद्रमा की किरणों के नीचे रखे खीर में औषधीय गुण आ जाते हैं, जो आरोग्यता प्रदान करते हैं और शरीर में ऊर्जा का संचार करते हैं। आज इस अवसर पर संरक्षक गोर्धनदास टहिलरामानी

संस्थापक अध्यक्ष जगदीश कुमार रायचंदानी

महासचिव कमलेश रायचंदानी, पंडित मनोज पांडे जी, सह-सचिव- राजकुमार रायचंदानी, राकेश आदनानी, सांस्कृतिक सचिव जय आसनानी, मुन्नाभाई आडतानी, गंगाराम विश्वकर्मा, हरीश कुमार लालवानी, जोनी कुमार मूलचंदानी, रमेश कृष्नानी, रमेश साधवानी, लोकेन्द्र त्यागी, सुरेश चाँदवानी , ओमप्रकाश सेन, जितेश सदारंगानी, प्रकाश तनवानी आदी मौजूद रहे।