ईश्वर सदैव भक्ति के वश में होते हैं - मुकेश महाराज

दैनिक द लाॅयन सिटी - संत हिरदाराम नगर-आज भोले के दरबार के प्रमुख एवं शिव महापुराण के प्रसिद्ध कथा वाचक मुकेश महाराज को राधे कृष्ण मंदिर संत नरेश परदासानी ने प्रवचन हेतु आमंत्रित किया मुकेश महाराज के साथ में भोले के दरबार के सभी सेवादारी हीरो हिंदू प्रभु मूलचंदानी माधव घनश्यानी प्रवीण होतवानी प्रकाश विधानी नरेंद्र टहल्याणी जीतू रंगवानी अशोक कुमार तनवानी राधे कृष्ण मंदिर में मुकेश महाराज जी के साथ पहुंचे संत नरेश पारदासानी ने स्वामी महाराज जी एवं सभी अनुयायियों का शाल ओढ़ कर स्वागत किया एवं सभी उपस्थित श्रद्धालुओं भक्तों ने सत्संग का लाभ लिया मुकेश महाराज ने सत्संग करते हुए कहा कि ईश्वर सदैव भक्ति के वश में होते हैं और जहां भक्ति होती है वहां ईश्वर सदा विराजमान होते हैं इस कलयुग मैं भक्ति ही भगवान को प्राप्त करने का सरल और सहज मार्ग है लेकिन सच्ची भक्ति प्राप्त करना कठिन है क्योंकि मां अपने वश में नहीं होता और इस चंचल मन को केवल अभ्यास के द्वारा ही जीता जा सकता है इसीलिए निरंतर परमात्मा की भक्ति का अभ्यास करते रहना चाहिए साथ ही भगवान की नवधा भक्ति में से भगवान से प्रेम करने की भक्ति सबसे श्रेष्ठ है भगवान से की गई प्रेम भक्ति भगवान से ही मिला देती है इसीलिए निष्काम भाव से भगवान की प्रेम भक्ति करनी चाहिए जो केवल निरंतर अभ्यास के द्वारा ही प्राप्त हो पाती है संत नरेश ने मुकेश महाराज का आभार माना भगवान श्री कृष्ण के संकीर्तन के साथ सत्संग की समाप्ति हुई।