एक दशक में जिन बीमारियों का खतरा सबसे अधिक बढ़ा है, उनमें ब्लड प्रेशर, वजन और ब्लड शुगर की समस्या सबसे अधिक रही है। यह कई अन्य अंतर्निहित बीमारियों का कारण बन सकती हैं। ऐसे में समय रहते इनको नियंत्रित करना बहुत आवश्यक हो जाता है। अखरोट स्वस्थ वसा, फाइबर, कई तरह के विटामिन्स और खनिजों का अच्छा स्रोत माना जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है जो कई प्रकार की गंभीर बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकती है। 

वजन कम करने में सहायक- अखरोट के सेवन को अध्ययनों में वजन कम करने के लिए बहुत ही फायदेमंद पाया गया है। अखरोट खाने से आपको भूख को नियंत्रित करने में भी मदद मिल सकती है। मोटापा के शिकार 10 लोगों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि प्लेसबो ड्रिंक की तुलना में पांच दिनों तक दिन में एक बार लगभग 48 ग्राम अखरोट से बनी स्मूदी पीने से भूख को कम करने में मदद मिल सकती है। यह वजन को घटाने में विशेष लाभदायक हो सकती है।

मधुमेह रोगियों के लिए लाभकारी- अखरोट मधुमेह के जोखिम और वजन को कम करने में भी लाभदायक हो सकता है। अधिक वजन के कारण ब्लड शुगर बढ़ने का भी जोखिम अधिक होता है। टाइप 2 मधुमेह वाले 100 लोगों पर किए गए अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि 3 महीने तक रोजाना 1 बड़ा चम्मच कोल्ड प्रेस्ड अखरोट के तेल का सेवन करने से मधुमेह को कम करने में मदद मिल सकती है। यह फास्टिंग ब्लड शुगर में 8 फीसदी तक की कमी कर सकता है।

ब्लड प्रेशर की समस्या में फायदेमंद- हाई ब्लड प्रेशर की समस्या कई गंभीर रोगों के जोखिम को बढ़ा सकती है। इसे हृदय रोग और स्ट्रोक का प्रमुख जोखिम कारक माना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि अखरोट खाने से उच्च रक्तचाप वाले लोगों को लाभ मिल सकता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक अखरोट हृदय के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में कई तरीके से लाभदायक हो सकता है। इसके सेवन के अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं।