प्रेग्नेंसी के दौरान आप क्या खाते या पीते हैं, इसका सीधा असर होने वाली मां की सेहत और गर्भ में पल रहे बच्चे के विकास और पोषण पर पड़ता है। यही वजह है कि डॉक्टर्स भी गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट पर ध्यान देने की सलाह देते हैं। गर्मियों के मौसम में गर्भवती महिलाओं के शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। ऐसा होने पर बच्‍चे या मां को परेशानी हो सकती है। ऐसे में अपनी डाइट में ये 5 फ्लूइड्स शामिल करने से आप अपनी बॉडी को हाइड्रेट रख सकती हैं।
छाछ - छाछ में कैल्शियम मौजूद होता है और ये गर्मियों के मौसम में शरीर को हाइड्रेट रखने का काम भी करती है। इसके अलावा छाछ में पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने के लिए प्रोबायोटिक बैक्‍टीरिया भी मौजूद होते हैं। इससे प्रेगनेंसी में होने वाली गैस से भी राहत मिल सकती है।
नारियल पानी - सूक्ष्म खनिजों से भरा हुआ, नारियल पानी भी आपके रक्तचाप के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है। यह एसिडिटी, हार्ट बर्न और कब्ज से भी राहत दिला सकता है। वहीं प्रेग्नेंसी के दौरान ये बेबी और प्लेसेंटा दोनों के लिए फायदेमंद है। गर्भवती महिलाओं को खुद को हाइड्रेट रखने के लिए नारियल पानी का लगातार सेवन करते रहना चाहिए।
दूध- प्रेग्नेंसी के दौरान दिन में कम से कम एक बार दूध जरूर पीना चाहिए। दूध से शरीर को भरपूर कैल्शियम, विटामिन बी12 और प्रोटीन मिलता है। दूध से बच्चे का विकास भी अच्छा होगा और हड्डियों के विकास में मदद मिलेगी।
ताजे फलों का रस- संतरा, क्रैनबेरी और कई अन्य फलों के रस में इम्यून-बूस्टिंग एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी और फोलेट जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो बच्चे की कोशिका वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक होते हैं। इसलिए जरूरी है कि गर्भवती मां ज्यादा से ज्यादा कोशिश करे कि वो ताजे फलों का खाएं और ताजे जूस पिएं।
नींबू पानी - नींबू पानी शरीर को हाइड्रेट रखता है और कम हुए इलेक्‍ट्रोलाइट को पूरा करता है। इसमें विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में होता है जो कि शरीर में लाल रक्‍त कोशिकाएं बनाने के लिए आयरन के अवशोषण में मदद करता है। नींबू पानी मॉर्निंग सिकनेस को भी दूर कर सकता है और यह ब्‍लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है।