नई दिल्ली  पिछला साल फेसबुक के लिए अच्छा नहीं रहा। पॉलिसी से जुड़े विवादों के चलते उसके दामन में कई दाग लगे। हालांकि, कंपनी ने फेसबुक को मेटा का नाम देकर कुछ बदलाव जरूर किए। अब मेटा ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कम्प्यूटर तैयार किया है। कंपनी का कहना है कि ये दुनिया का सबसे तेज सुपर कम्प्यूटर होगा। इस हाई स्पीड कम्प्यूटर को मशीन लर्निंग सिस्टम को ट्रेन करने के लिए बनाया गया है।

सोमवार को कंपनी ने बताया कि आज हम AI रिसर्च सुपरक्लस्टर (RSC) पेश कर रहे हैं, जिसके बारे में हमारा मानना है कि यह आज चल रहे सबसे तेज AI सुपर कम्प्यूटर में से एक है। 2022 के मध्य में पूरी तरह से निर्मित होने के बाद दुनिया में सबसे तेज होगा।

कई भाषाएं ट्रांसलेट कर रहा कम्प्यूटर

मेटा का कहना है कि AI से फिलहाल भाषाओं को ट्रांसलेट किया जा रहा है। यह हानिकारक कंटेंट की पहचान करने में मददगार है। AI की नेक्स्ट जनरेशन को डेवलप करने के लिए प्रति सेकेंड क्विंटल ऑपरेशन करने में सक्षम शक्तिशाली सुपर कम्प्यूटर की आवश्यकता होगी। मेटा के रिसर्चर ने बताया कि हमें उम्मीद है कि RSC पूरी तरह से नया AI सिस्टम बनाने में मदद करेगा। उदाहरण के लिए, लोगों के बड़े ग्रुप के लिए रीयल-टाइम वॉयस ट्रांसलेशन पावर कर सकता है। कई अलग-अलग भाषाएं बोलता है।

सैंकड़ों भाषाओं में काम कर पाएंगे

कंपनी ने कहा कि RSC नए और बेहतर AI मॉडल बनाने में मदद करेगी। सैंकड़ों विभिन्न भाषाओं में काम करने की अनुमति देगी। मेटा ने यह भी कहा कि RSC अगले प्रमुख कम्प्यूटिंग प्लेटफॉर्म - मेटावर्स के लिए टेक्‍नोलॉजी के निर्माण में मदद करेगा। कंपनी ने कहा कि आखिरकार, RSC के साथ किया गया काम अगले प्रमुख कम्प्यूटिंग प्लेटफॉर्म - मेटावर्स के लिए टेक्‍नोलॉजीस के निर्माण का मार्ग खोलेगा। जहां AI-संचालित एप्लिकेशन और प्रोडक्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।