कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए वीडियो बनाने वाले प्लेटफॉर्म Justbaat.AI ने हाल ही में गूगल की ओर से वीडियो पब्लिशिंग को लेकर हुए नीतिगत बदलावों के बावजूद एक अहम एलान किया है। गूगल ने 1 अप्रैल को नई नीति के बारे में घोषणा की थी। इसके जरिए एड सेंस, एड मॉब और एड मैनेजर जैसे प्लेटफॉर्म से जुड़ी वीडियो इन्वेंट्री मुद्रीकरण नीतियों (मॉनेटाइजेशन स्ट्रैटजी) में बदलाव हुआ था। इसके बाद से वीडियो कंटेंट और उनके बीच विज्ञापन के स्थान से जुड़ी प्रक्रियाओं का व्यापक आकलन करने की जरूरत पैदा हुई है।

आउटस्ट्रीम एड रेवेन्यू में संभावित गिरावट को ध्यान में रखते हुए जस्ट बात डॉट एआई ने इनस्ट्रीम रेवेन्यू में बढ़ोत्तरी की अपार संभावनाओं पर जोर दिया है। जस्ट बात नई तकनीक के साथ डिजिटल परिवेश से जुड़ी जरूरतों को पूरा कर रहा है। आधुनिक एआई तकनीक के साथ जस्ट बात उन डिजिटल प्रकाशकों को प्लग एंड प्ले सॉल्यूशन देता है, जो अपनी वीडियो मॉनेटाइजेशन नीतियों को आगे बढ़ाना चाहते हैं। 

जस्ट बात द्वारा विकसित टूल के जरिए प्रकाशकों को स्टूडियो की गुणवत्ता वाले इनस्ट्रीम वीडियो बनाने का मौका मिलता है। इसे गूगल की संशोधित वीडियो पब्लिशर नीति के अनुरूप ही बनाया गया है। अलग तरह से बनाए जाने वाले इन वीडिया के जरिए अधिकतम एंगेजमेंट और रीटेंशन व असाधारण मु्द्रीकरण अवसरों को सुनिश्चित किया जा सकता है। 

जस्ट बात एआई से बनने वाले वीडियो के मामले में अग्रणी है। अपनी आधुनिक तकनीक के बूते यह डिजिटल परिवेश में नए बदलाव ला रहा है। जस्ट बात के सह-संस्थापक और सीईओ शौर्य राव निगम कहते हैं कि डिजिटल उद्योग जगत में चल रही अनिश्चतताओं के बीच प्रकाशकों को मजबूती देने का काम Justbaat.AI करता है। हम अचानक आए किसी भी संकट को आमदनी के अवसर में बदल लेने का जरिया हैं। हर दिन बदले डिजिटल के दौर में आगे रहने के लिए हमारे पास ऐसे आधुनिक टूल हैं, जिनसे इनस्ट्रीम मॉनेटाइजेशन को मजबूती मिलती है।