नई दिल्ली। अगर आप Foreign Trip प्लान कर रहे हैं और विदेश में भी खुद गाड़ी ड्राइव करना चाहत हैं, तो आपको International Driving License की जरूरत होगी। भारत सरकार के सड़क परिवहन प्राधिकरण द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाता है। आइए, इसे बनवाने के नियम और प्रोसेस के बारे में जान लेते हैं।

क्या कहते हैं नियम?

व्यक्ति के पास वैध भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस होना चाहिए।
व्यक्ति के पास वैध पासपोर्ट और वीजा होना चाहिए।
आवेदन करने वाला व्यक्ति 18 वर्ष से अधिक आयु का भारतीय नागरिक होना चाहिए।
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किन डॉक्युमेंट्स की जरूरत?

  • आपके पास फॉर्म 4ए और फॉर्म 1ए
  • वैध ड्राइवर लाइसेंस की प्रति
  • पासपोर्ट और वीजा की एक प्रति
  • सत्यापन के लिए डुप्लिकेट हवाई टिकट
  • भारतीय नागरिकता का प्रमाणित प्रमाण
  • पते के प्रमाण की प्रति
  • आयु प्रमाण के दस्तावेज
  • आवेदन का प्रोसेस

आवेदक सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की वेबसाइट पर आईडीपी के लिए आवेदन कर सकता है या सीधे अपने संबंधित आरटीओ से अनुमति प्राप्त कर सकता है। इसके लिए आपको नीचे दिए गए आसान से स्टेप फॉलो करने हैं।

आईडीपी के लिए सबसे पहले आपको Form 4A और 1A भरना होगा। फॉर्म 4ए एक प्रमाणपत्र है, जो बताता है कि आवेदक एक सक्षम राइडर है। वहीं, फॉर्म 1ए आवेदक व्यक्ति की मेडिकल फिटनेस स्थिति बताता है। इन फॉर्मों को MoRTH वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है या संबंधित स्थानीय RTO से प्राप्त किया जा सकता है।

शुल्क के साथ सभी दस्तावेज जमा करें

फॉर्म 4ए और फॉर्म 1ए भरने के बाद अपने भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस, पहचान, आयु और आवासीय प्रमाण के सभी विवरण प्रदान करें। ये विवरण आपके पास मौजूद कानूनी दस्तावेजों पर उल्लिखित जानकारी के अनुसार सही होने चाहिए। दस्तावेज और फॉर्म जमा करते समय आपको 1,000 रुपये की फीस का भुगतान करना होगा।

ड्राइविंग टेस्ट दें

जैसे आपको भारतीय ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय ड्राइविंग टेस्ट देना होता है, वैसे ही आपको आईडीपी के लिए भी ड्राइविंग टेस्ट देना होगा और उसमें पास होना जरूरी है। यदि आप सफल होते हैं, तो एक हफ्ते के अंदर आपके पास International Driving Permit मिल सकता है।